रिपोर्ट पेश कर बताई महाअभियान की प्लानिंग, सुझावों पर भी हुआ मंथन
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शिवना को लेकर शासन के प्रयासों के साथ जनभागीदारी की बात कही थी। वहीं पत्रिका द्वारा लगातार अभियान में खबरें प्रकाशित की। इसके बाद जनभागीदारी के प्रयास शुरु हुए। बैठक के बाद रविवार को फायनल रणनीति तय की गई। रविवार को हुई बैठक के दौरान विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया एवं कलेक्टर गौतम सिंह ने संयुक्त रूप से शिवना शुद्धिकरण अभियान के अंतर्गत सभी सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं के शिवना पर मंथन किया। बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि 19 मई से शिवना शुद्धिकरण अभियान को प्रारंभ किया जाएगा। यह अभियान सुबह 7 बजे से 9 बजे तक प्रतिदिन 10 जून तक लगातार चलेगा। इसमें मशीनों से लेकर सामाजिक संगठनों का श्रमदान सहित अन्य तरीको से जनजागरुकता के काम भी होंगे।
८ दिसंबर मंदसौर के साथ होगा शिवना का गौरव दिवस
बैठक में विधायक सिसोदिया ने बताया कि पर्यावरण विभाग की इप्को की टीम के माध्यम से शिवना शुद्धिकरण के लिए प्रथम किस्त में 30 करोड़ की राशि प्राप्त होगी। लेकिन उससे पहले प्रारंभिक रूप से शिवना शुद्धिकरण के लिए सामाजिक संगठनों के सहयोग के माध्यम से कार्य प्रारंभ किया जाएगा। यह कार्य हम सब मिलकर 8 दिसंबर तक पूर्ण करेंगे। 8 दिसंबर का दिन शिवना शुद्धिकरण के लिए भी गौरव का दिन होगा और उसी दिन मंदसौर का गौरव दिवस भी मनाएंगे। शिवना शुद्धिकरण के लिए प्रशासनिक इंजीनियर को ड्राइंग डिजाइन अच्छे से तैयार करने के लिए कहा गया। नालों के लिए तैयार की गई ड्राइंग डिजाइन एवं नाली का स्तर शिवना के जल स्तर से ऊपर हो। पहले से बने हुए नगरपालिका के कुओ का भी बेहतर उपयोग हो सके। इसका भी ध्यान रखा जाए। सामाजिक संगठन के सभी लोग शुद्धीकरण के समय वहीं पर रहेंगे। तभी यह कार्य पूर्ण रूप से संपन्न होगा। इस दौरान सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा भी शिवना शुद्धिकरण के संबंध में अपने अपने सुझाव व विचार बैठक में दिए गए।
८ किमी के क्षेत्र में शिवना सबसे ज्यादा प्रदूषित वहां पर करेंगे काम
बैठक के दौरान शिवना को लेकर स्थल निरीक्षण की रिपोर्ट भी पेश की गई। इस पर चर्चा की गई। इसमें सामने आया कि शिवना नदी शहरीय क्षेत्र के खानपुरा से लेकर अलावदाखेड़ी में बने डेम तक कुल ८ किमी क्षेत्र में सबसे अधिक प्रदूषित है। और इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा नाले और गंदा पानी भी नदी में मिल रहा है। ऐसे में यहां पर सबसे ज्यादा काम की जरुरत है। ऐसे में इसके प्रदूषण को कम करने के लिए यहां काम किया जाएगा। बैठक के दौरान सीएमअे पीके सुमन, ब्रजेश जोशी, मनीष भावसार, हिम्मत डांगी सहित बड़ी संख्या में शहरवासी व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व प्रतिनिधिनियों ने भाग लिया।
स्वच्छ शिवना सपना अपना शीर्षक से पेश की रिपोर्ट
दो दिन पूर्व कलेक्टर गौतमसिंह ने बैठक लेकर विभागों को स्थल निरीक्षण के साथ शिवना पर रिपोर्ट देने को कहा था। वह रिपोर्ट भी पेश की गई। इसमें बताया कि ५४ किमी की शिवना नदी मंदसौर शहर में १० किमी क्षेत्र में प्रवाहित है। इसमें ८ किमी का क्षेत्र सबसे प्रदूषित क्षेत्र है। इसमें खानपुरा से पशुपतिनाथ की छोटी पुलिया यहां से मुक्तिधाम और यहां से अलावदाखेड़ी स्टॉप डेम तक नदी का प्रदूषित क्षेत्र अधिक है। इसमें १०८ करोड़ से अधिक की बनाई गई योजना और इसमें २८ करोड़ ९१ लाख की मंजूरी की जानकारी दी। इसमें स्टॉप डेम के गेट खोल गंदा पानी आगे बहाने से लेकर बस्ती व आबादी क्षेत्र के मिल रहे गंदे पानी को रोकने के उपाय से लेकर राजाराम फैक्ट्री के मिल रहे पानी को रोकने के भी उपाय बताए गए है।
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