4 माह से व्यवस्था में चल रहा है काम
जानकारी के अनुसार सिक्यूरिटी का ठेका प्रबंध समिति द्वारा एक साल के लिए दिया जाता है। जो सिक्यूरिटी कंपनी के तहत गॉर्ड यहां काम कर रहे है। उस कंपनी का समय पूरा हो गया है और चार माह अधिक बीत गए है। लेकिन प्रबंध समिति सिक्यूरिटी के लिए नए टैंडर सहित प्रक्रिया समय पर नहीं कर पाई और इस लेलताई में चार माह बीत गए और अभी भी जो टैंडर आए है, उन्हें स्वीकृति का इंतजार है। सिक्यूरिटी के लिए १० कंपनियों ने टैंडर किए है। इनकी स्वीकृति मिलना बाकी है। वर्तमान में चार माह से पिछली सिक्यूरिटी कंपनी के ही गॉर्ड से व्यवस्था बतौर काम लिया जा रहा है।
7 हजार 500 पर गॉर्ड का होता है भुगतान
मंदिर समिति द्वारा गॉर्ड के लिए प्रति गॉर्ड हर माह ७ हजार ५०० रुपए का भुगतान किया जाता है। वर्तमान में भी मंदिर पर पांच गॉर्ड कार्य कर रहे है। दो-दो गॉर्ड सुबह से लेकर रात के समय में ड्युटी देेते है तो एक गॉर्ड रात के समय यहां ड्युटी पर रहता है। इसमें महिला गॉर्ड को भी नियुक्त किया जाता है। जो गर्भगृह में मौजूद रहती है। गर्भगृह से लेकर मंदिर परिसर क्षेत्र में इन पांच गॉर्ड से सिक्यूरिटी के लिए समिति द्वारा काम लिया जाता है। यह व्यवस्था ठेका पद्धति पर है।