पुरुषों में परंपरागत की अधिक मांग तो साडिय़ों में महिलाओं के पास है कई विकल्प
घंटाघर क्षेत्र में शगुन साड़ी की दुकान के संचालन अनिल कोठारी ने बताया कि बाजार इस बार बेहतर है। शादियां भी अधिक है। महंगाई का १० प्रतिशत से अधिक असर दामों पर है लेकिन शादियों के चलते खरीददारी तो हो रही है। महिलाओं में साडिय़ों के लिए कई विकल्प इन दिनों बाजार में उपलब्ध है। ओरगेंजा, टिशु व नेट से लेकर कॉटर की मांग सबसे अधिक है। तो वहीं कालाखेत क्षेत्र में करमचंद जीवतराम के संचालक विनोद बेलानी ने बताया कि गर्मी के चलते कुर्ता-पजामा की मांग ही अधिक है। शेरवानी और सूट से लोग गर्मी के कारण कम रुझान दिखा रहे है तो वहीं पुरुषों में अभी परंपरागत कपड़ों का चलन अधिक है। हालांकि इसमें भी फैंसी और वैरायटियों की भरमार है।
५ करोड़ का हर दिन हो रहा है कारोबार
कपड़ा व्यापारी राजेश कीमती ने बताया कि आम तौर की अपेक्षा अक्षय तृतीया की इस वैवाहिक सीजन में अच्छी खासी खरीददारी चल रही है। मांगलिक कार्यों की इस सीजन में शहर में हर दिन कपड़ों का करीब ढाई करोड़ का कारोबार हो रहा है तो वहीं पूरे जिले में ५ करोड़ से अधिक का कारोबार प्रतिदिन हो रहा है और पूरे सीजन के दौर में जिलेभर में ८० से ९० करोड़ का कारोबार होता है। पिछले लंबे समय से शादियां नहीं हुई है तो इस साल अधिक शादियंा है। इसके लिए खरीददारी भी अच्छी हो रही है तो कारोबार भी बेहतर हो रहा है। शादियों के इस दौर में बाजार भी फिर से मुस्कुराया है।