कार में तीन लोग सवार थे। ग्रामीणों ने सजकता दिखाते हुए कार सहित तीनों को बचाया। ग्रामीणों ने पानी के अंदर उतरकर तीनों को कार से बाहर निकाला और ट्रैक्टर की सहायता से कार को पानी से बाहर निकाला। पिछले साल भी इसी पुलिया पर चार युवक कार सहित बह गए थे। जिनकी मौत हो गई थी। इस बार भी कई पुलियाओं से बहने के कारण लेागों की मौत हो चुकी बावजूद पुल-पुलियाओं पर असुरक्षा के बीच पार करने का दौर जारी है। गुरुवार की शाम को भी कार बहने के कारण बड़ा हादसा होने से ग्रामीणों ने बचा लिया।
कई दिनों से जारी बारिश के कारण सभी डेम ओर तालाब लबालब हो गए। इसके कारण थोड़ी सी बारिश में पुलिया के ऊपर पानी बहने लगता है। आज शाम को एक कार चालक की लापरवाही के कारण कार नाले में बहते बहते बच गई कुछ दूर तक बहने के कारण ग्रामीणों ने बचा लिया। ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार कार चालक किसी बीमा कंपनी के एजेंट बताए जा रहे है। कार (एमपी १४ सीसी ६८१६) थी जो धमनार होते हुए हतुनिया जा रहे थे। बारिश के कारण पुल पर पानी होने के बाद भी कार चालक ने गाड़ी निकालने की कोशिश की। इसे देखतकर ग्रामीणों ने कार वाले को कार निकालने से मना किया। इसके बाद भी कार चालक नहीं माना और आगे जाकर कार का आगे का एक साइड का हिस्सा पुलिया से नीचे उतर गया।
गनीमत रही कि कार पुलिया के दूसरे हिस्से में नहीं गिरी नही तो बड़ा हादसा हो सकता था। इसके बाद ग्रामीणों ने दौड़ लगाकर बहते पानी में कार को पकड़ा और बड़ी मशक्कत के बाद कार में सवार तीनों लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। बाद में कार भी पानी से बाहर निकाली। दलोदा टीआई अमितसिंह कुशवाह ने बताया कि चौकीदार व ग्रामीणों ने मना किया। फिर भी कार सवार ने कार पुलिया पर डाल दिया। पुलिया से कार उतर गई थी। लोगों ने बचा लिया। मंदसौर के एलआईसी एजेंट थे।
बाइक गिरकर घायल हुआ युवक
धमनार से नगरी रोड़ पर शंकरलाल मेहता रात में अपनी गाड़ी से कुए पर जा रहा था। बाइक फिसलने के कारण नीचे गिरने से घायल हो गया। नगरी रोड़ से आ रहे हरीश ने रोड़ पर गिरे घायल व्यक्ति को देखा तो इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। इसके बाद गांव वाले उसको निजी गाड़ी से जिला अस्पताल ले गए।
बाइक गिरकर घायल हुआ युवक
धमनार से नगरी रोड़ पर शंकरलाल मेहता रात में अपनी गाड़ी से कुए पर जा रहा था। बाइक फिसलने के कारण नीचे गिरने से घायल हो गया। नगरी रोड़ से आ रहे हरीश ने रोड़ पर गिरे घायल व्यक्ति को देखा तो इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। इसके बाद गांव वाले उसको निजी गाड़ी से जिला अस्पताल ले गए।