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मंदसौर के स्वच्छता सर्वेक्षण में यह बन रहा रोड़ा

locationमंदसौरPublished: Jan 12, 2018 06:57:51 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

मंदसौर के स्वच्छता सर्वेक्षण में यह बन रहा रोढ़ा स्वच्छता सर्वेक्षण में पशुओं के कारण कहीं पिछड़ ना जाए शहर – शहर के मध्य कालाखेत मैदान में गंदगी का

patrika

sadkon per awara maveshi

मंदसौर.
नगर पालिका प्रारभिंक स्वच्छता सर्वेक्षण में तो बेहतर प्रदर्शन कर गई। अब केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण टीम आने वाली है। नगर पालिका ने गत वर्ष की अपेक्षा इस बार शहर को सुंदर एवं साफ बनाने दिन-रात मेहनत की है। इसके बाद भी नगर पालिका आवारा पशुओं की समस्या को खत्म नहीं कर पाई है। शहर के मुठ्ठीभर पशु पालक गायों को सड़कों पर आवारा छोड़ रहे है। यह गायें शहरी में गंदगी फैला रही है वरन् यातायात को भी अवरुद्ध कर रही है। कहीं ऐसा ना हो कि नगर पालिका बेहतर मेहनत को आवारा पशु की समस्या पानी फेर दें।
नगर पालिका स्वच्छता के मामले में देश में टाप टेन में आने का सपना देख रही है। सपने को हकीकत में बदलने के लिए गत वर्ष से करीब ढाई गुना ज्यादा काम इस बार नगर पालिका ने किया है। गत वर्ष ना तो शहर को सुंदर बनाने के जतन हुए थे। और ना ही सामुदायिक शौचालयों की स्थिति को सुधारा था। सफाई व्यवस्था भी सुदृढ़ नहीं थी। इसके बाद भी मंदसौर स्वच्छता के मामले में देश में ७४वें नंबर पर आया था। शहर के कालाखेत मैदान में स्कूलों के आसपास एवं दया मंदिर टॉकीज के पीछे के क्षेत्र में गंदगी के ढेर लगे हुए थे। जहां लोगों ने मिट्टी के ढेर भी लगा दिए। जगह-जगह कंडे बनाए जा रहे है। इस क्षेत्र में गंदगी के ढेर तो है ही साठिया समाज के कुछ परिवार भी यहां गंदगी फैला रहे है। नगर पालिका पुलिस की मदद से कई बार साठिया समाज के झोपड़ों को हटवाती है। लेकिन एक-दो दिन के बाद फिर झोपड़े लग जाते है। यह लोग मैदान में ही गंदगी करते है। इस क्षेत्र में गंदगी के ढेर को आवारा पशु और फैला रहे है।
गौतम नगर व जीवागंज में सफाई की स्थिति नाजुक
गौतम नगर एवं जीवागंज क्षेत्र में सफाई की स्थिति नाजुक है। लोग गायों को खिलाने के लिए हरा चारा सड़कों पर ही डाल रहे है। इससे आसपास गंदगी फैलती है और आवारा पशुओं का जमावड़ा बना रहता है। गौतम नगर में कई जगह पशु पालकों ने पशुओं को सड़कों पर ही बांध रखा है। नगर पालिका इस क्षेत्र में सख्त कदम नहीं उठा रही है। इन चीजों की वजह से ही नगर पालिका के अंक कट सकते है। हांलाकि इस बार नगर पालिका ने दस्तावेजों के निर्धारित १४०० अंकों मेंं से ज्यादा से ज्यादा अंक बटोरने की तैयारी की है। नगर पालिका के करीब २०० कर्मचारियों ने १९६९ पर सफाई के सकारात्मक उत्तर दिलाने के लिए भी काफी जतन किए। इस बार जनता के फीड बेक के १६०० अंक इसके लिए ही नगर पालिका रोज जनता को जागरुक करने के लिए प्रचार प्रसार कर रही है।

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