्रकरीब ३० साल से बालाजी है थाने के सीनियर कोतवाल
थाना परिसर में प्रवेश के साथ ही बालाजी का मंदिर है। यहां आने-जाने वाले हर शख्स को थाने में सीनियर कोतवाली के रुप में विराजित बालाजी की नजरों के सामने से होकर ही गुजरना पड़ता है। मंदिर पर लगे शिलालेख में अगस्त-१९९२ अंकित है। यानी थाना परिसर में बालाजी मंदिर का इतिहास करीब ३० साल पुराना है। ३० सालों से पुलिसकर्मी यहां सेवा पूजा के साथ दर्शन कर अपनी ड्युटी और आम लोगों की सुरक्षा के काम की शुरुआत करते है।
संकट मोचन के दर्शन के साथ रक्षको की ड्युटी होती है शुरु
थाना परिसर में संकट मोचन बालाजी का धाम स्थित है। चोला चढ़ाने से लेकर मंदिर में आरती सहित अन्य धार्मिक आयोजनों के चलते यहां हर किसी की आस्था जुड़ी हुई है। शहर की रक्षा करने वाले रक्षको की हर दिन की ड्युटी की शुरुआत संकट मोचन के दरबार में पूजा-अर्चना के साथ होती है। यह क्रम सालों से चला आ रहा है।