जानकारी के अनुसार क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत के चलते कालाबाजारी शुरु हो गई है। प्रति खाद कट्टे के लिए शासन द्वारा निर्धारित राशि 26६ के बजाए 320 से 350 रुपए वसूली रही है। और किसानों को बिल भी नहीं दिए जा रहे है। इसी को लेकर प्रशासन ने जिले में कार्रवाई शुरु की। यूरिया के अवैध खाद भंडारन की सूचना पर गुरुवार रात्रि 12 बजे एसडीएम रोशनी पाटीदार, तहसीलदार मुकेश सोनी, नायब तहसीलदार अर्जुनसिंह भदौरिया, पिपलिया थाना प्रभारी संदीप मौर्य ने अमले के साथ कामधेनू वेयर हाउस पर दविश दी।
यहां मौके पर दो चार पहिया वाहन भी खड़े थे। इसमें 45 व 7 कट्टे भरे थे। इसके बाद अधिकारियों ने गोदाम की तलाशी ली। अंदर बिजली नही होने के कारण मोबाइल टार्च से रोशनी से गोदाम खंगाला तो गेंहू व चने की सैकड़ों बोरियों के बीच छिपाकर रखे 400 कट्टे यूरिया खाद के मिले। अधिकारियों ने पंचनामा बनाकर कुल 452 खाद कट्टे व दो वाहनों को जब्ती में लेकर पुलिस के सुपुर्दगी में दिया।
संचालक ने कार्रवाई को बताया गलत
एसडीएम रोशनी पाटीदार ने बताया कि वेयर हाउस में रखे खाद के कट्टे को लेकर संचालक से दस्तावेज मंगवाए है। अगर अवैध पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई होगी। तहसीलदार मुकेश सोनी का कहना है जनरल चेकिंग के तहत कार्रवाई की गई है।
वेयर हाउस संचालक सुभाष अग्रवाल का कहना है कार्रवाई गलत है, मेरे पास खाद कट्टे खरीदी के बिल है। मैं इन्हें कल अधिकारियों के समक्ष पेश करुंगा। केवल 50 बेग अन्य व्यक्ति के है, बाकी सभी खाद कट्टे मैंने ही क्रय किए थे।