39 बंदियों को अंतरिम जमानत पर छोड़ा तो लॉक डाउन का उल्लंघन लगातार जारी
मंदसौरPublished: Mar 31, 2020 03:28:21 pm
39 बंदियों को अंतरिम जमानत पर छोड़ा तो लॉक डाउन का उल्लंघन लगातार जारी
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मंदसौर.
कोरोना वायरस को लेकर जिला जेल से को ४२ विचाराधीन बंदियों को अंतरिम जमानत पर छोड़ा जाना है। जिसमें से ३९ बंदियों को छोड़ा गया है। तो आज २७ दंडित बंदियों को आपदा आपात स्थिति में पैरोल पर छोड़ा जाएगा। वहीं दूसरी ओर शहर सहित अंचल में लाकडाउन का पालन नहीं करने वाले लापवाह लेागों से पुलिसकर्मियों ने उठक-बैठक लगवाई। तो बैंक में गए कई उपभोक्ता लाइन लगाकर तो खड़े पाए गए। लेकिन एक मीटर की दूरी पर वे नहीं खड़े थे। इसके अलावा दुकानों पर सामान खरीदने के लिए जाते समय भी लोग तय दूरी पर नहीं खड़े हो रहे है।
जिला जेल उपअधीक्षक पीके सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर विचाराधीन ४२ बंदियों को स्वयं के मुचलके पर अंतरिम जमानत पर छोड़ा जाएगा। इनमें से ३९ बंदियों को अब तक छोड़ा गया है। अंतरिम जमानत का समय ४५ दिन है। वहीं आपदा आपात स्थिति में २७ दंडित बंदियों को आज पैरोल पर छ ोड़ा जाएगा। इनकी पैरोल का समय ६० दिन है।
पूर्व विधायक के वार्ड में ही छिड़काव नहीं
सुवासरा प्रतिनिधि के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण बचने के लिए नगर परिषद द्वारा ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव किया जा रहा है। लेकिन पूर्व विधायक हरदीप ङ्क्षसह डंग के वार्ड क्रमांक ११ में नगर परिषद द्वारा छिड़काव ही नहीं किया गया है। यहां के वार्डवासियों के द्वारा स्वास्थ्य सभापति, नायाब तहसीलदार नागेश पंवार सहित अन्य अधिकारियों को अवगत करवाया उसके बाद भी शाम छह बजे तक ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव नहीं करवाया गया
लाकडाउन में पानी की समस्या हुई विकराल(एमएन-३१३०)
धमनार प्रतिनिधि के अनुसार लॉक डाउन को लेकर गांव में पानी की किल्लत से लोग परेशान हो गए है। जबकि पंचायत को घर-घर टैंकर से पानी की व्यवस्था करवाना चाहिए। ताकि भीड़ भी ना हो और पानी की समस्या दूर हो जाए। गांव में लगभग 1 महीने से 5 दिन छोड़कर पेयजल वितरण किया जा रहा। जिससे ग्रामीण पानी के लिए भटकने को मजबूर हो रहे है । गांव मे दो शासकीय ट्यूंबवेल लगे हुए है जिस पर पानी भरने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती है। इससे बीमारी फैलने का खतरा भी बना रहता है । गांव में कई जगहों पर ग्रामीण लॉकडाऊन का उल्लंघन कर रहे है। चौपालों पर बेवजह लोग बैठे रहते है। किराना दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नही हो पा रहा है