ओबीसी फॉर्मूले में हुई वार्ड आरक्षण प्रक्रिया ने कई सामान्य दावेदारों के मंसूबों पर फेरा पानी
ओबीसी फॉर्मूले में हुई वार्ड आरक्षण प्रक्रिया ने कई सामान्य दावेदारों के मंसूबों पर फेरा पानी
मंदसौर
Published: May 25, 2022 11:03:55 am
मंदसौर.
्रओबीसी आरक्षण के सुप्रीम फरमान के बाद मंगलवार को नगरीय प्रशासन विभाग ने निकायों की आरक्षण प्रकिया को संपन्न किया। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के लिए जिला प्रशासन को तैयार रहने के निर्देश देने के बाद से चुनावी तैयारियों ने जोर पकड़ा है। कलेक्ट्रेट में हुई आरक्षण प्रक्रिया को लेकर जिलेभर के भाजपा-कांग्रेस सहित चुनाव लडऩे के इच्छुक दावेदारों की भीड़ जमा रही और आरक्षण प्रक्रिया पर हर किसी की निगाह टिकी रही। लेकिन आरक्षण प्रक्रिया में अनारक्षित वार्डो की संख्या में कटौती हुई है तो ओबीसी वार्डो की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वहीं निकायों में ५० प्रतिशत महिला आरक्षण के अनुरुप भी आरक्षण किया गया है। तीन घंटे तक चली प्रक्रिया में कलेक्टर गौतमसिंह, पीओ डूडा डॉ जेके जैन ने संपन्न कराई। इस दौरान जिले की सभी निकायों के सीएमओ भी मौजूद थे। भैंसोदा नगर परिषद को लेकर आरक्षण प्रक्रिया संपन्न नहीं हुई। अब निकायों के लिए अध्यक्ष के आरक्षण प्रक्रिया पर हर किसी की निगाह टिकी हुई है। इधर आरक्षण प्रक्रिया होने के साथ ही वर्ष २०१९-२० में हुए आरक्षण के बाद से वार्डो में चुनाव लडऩे को लेकर दावेदारी जता रहे चेहरें भले ही तैयारी कर रहे थे लेकिन उन्हें इस आरक्षण प्रक्रिया ने झटका दिया है और कई के मंसूबो पर पानी फेर दिया है।
१० निकायों के लिए १७५ वार्डो के लिए हुआ आरक्षण, भैंसोदा बाकी
मंदसौर नगर पालिका में ४० के साथ ही पिपलियामंड, मल्हारगढ़, नारायणगढ़, नगरी, शामगढ़, सीतामऊ, सुवासरा व गरोठ, भानपुरा के १५-१५ वार्डो सहित १७५ वार्ड के लिए आरक्षण प्रक्रिया हुई। तो भैंसोदा के लिए आरक्षण प्रक्रिया नहीं हुई है। अभी अध्यक्ष के लिए आरक्षण होना है। इधर २५ मई को पंचायतों के लिए आरक्षण प्रक्रिया भी कलेक्ट्रेट में संपन्न होगी। निकाय व पंचायतों के लिए चुनाव से लेकर आरक्षण की प्रक्रिया साथ-साथ ही चल रही है।
वार्डो के लिए फिर से बनेंगे समीकरण, अन्य वार्ड में तलाशना होगी जगह
वार्ड आरक्षण प्रक्रिया के साथ ही चुनावी तैयारियों को लेकर जुटे राजनीतिक दलों के साथ ही दावेदार और कई बड़े चेहरों को फिर से नए समीकरण तलाशना होंगे तो लंबे समय से अपने वार्ड से चुनाव लडऩे की तैयारी कर चुके दोनों दलों के प्रमुख चेहरों को भी अब नए वार्डो में जगह तलाशना होगी। दो साल से चुनाव अटकलो के बीच तैयारियां कर रहे कई ऐसे चेहरों को जिनके वार्ड अन्य के लिए आरक्षित हो गए उन्हें निराशा हाथ लगी है। आरक्षण के अनुसार अब दलों को फिर से मंथन कर नए चेहरें तलाशना होंगे।
सरकार ने ओबीसी का रखा ध्यान
ओबीसी को लेकर मुख्यमंत्री व भाजपा ने हर स्तर से लड़ाई लड़ी है। उसी के अनुरुप आरक्षण प्रक्रिया भी बेहतर रुप से संपन्न हुई है। पार्टी पूरी तैयारी कर रही है और चुनाव लड़ेगी। जनता ने भी भाजपा पर भरोसा जताया है पार्टी को जीत मिलेंगी।-नानालाल आटोलिया, जिलाध्यक्ष, भाजपा
उलटफेर हुए है फिर से करेंगे मंथन
ओबीसी के फॉर्मूले से आरक्षण में प्रक्रिया में बहुत उलटफेर हुआ है। वार्ड वार उम्मीदवारों के नामों पर मंथन करेंगे। संगठन स्तर से सभी के साथ बैठकर मंथन किया जाएगा। -नवकृष्ण पाटिल, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस

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