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पिछले सर्वेक्षण में हम थे फिसड्डी, फिर से 6 हजार अंकों की परीक्षा की शुरु हुई तैयारी

locationमंदसौरPublished: Nov 30, 2019 11:25:13 am

Submitted by:

Nilesh Trivedi

पिछले सर्वेक्षण में हम थे फिसड्डी, फिर से 6 हजार अंकों की परीक्षा की शुरु हुई तैयारी

Hygiene Survey 2018 Report Card Continues, Burhanpur at number 81 in the country

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मंदसौर.
पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण में मंदसौर फिसड्डी रहा था और १०४ नंबर पर हम थे। फिर ६ से स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए ६ हजार अंकों की परीक्षा का सर्कुलर तो जारी हो गया है, लेकिन नपा की तैयारियां अभी भी पहली की तरह है। चार केटेगरी में होने वाली सर्वेक्षण में नपा सिर्फ प्रचार-प्रसार से लेकर अर्वेनेस के कार्यक्रम कर रही है तो रुटिन में चल रही सफाई व्यवस्था के भरोसे ही नपा अव्वल आने का दावा कर रही है। तो वहीं अपने नंबर बढ़ाने के लिए नपा को शहर से आस है।
कचरा संग्रहण और सफाई तो ठीक लेकिन गीले-सूखे कचरे को अलग करने से लेकर कचरे का निष्पादन नपा के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। साथ ही प्लास्टिक भी नपा की मुश्किलों को बढ़ाने का काम कर रहा है। ८०० कर्मचारी, ३३ कचरा संग्रहण वाहन व टैक्ट्रर-डंपर से लेकर जेसीबी सहित जो सीमित संसाधन नपा के पास है। उसी से सर्विस लेवल को सुधार कर १५०० अंक के लिए नपा की तैयारियां चल रही है।

जनवरी-२०२० में होने वाली स्वच्छता की इस परीक्षा के लिए पैरामीटर तय है। नपा को तरीके भी पता है कि वह अपने नंबर कैसे बढ़ा सकती है, लेकिन अभी इस पर काम ने गति नहीं पकड़ी है। व्यवसायीक क्षेत्रों में डस्टबीन पहले लगे थे। सालभर में आधे भी नहीं बचे, यहां फिर से डस्टबीन नपा लगाएगी। तो वहीं स्कूल-कॉलेजों से लेकर रैली निकालकर लोगों में स्वच्छता को लेकर जागरुकता के काम भी चल रही है। दफ्तर में बैठकर की गई अपनी तैयारी को नपा को धरातल पर उतारना है।
स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए आने वाली टीम लोकेशन के आधार पर सर्वे करेगी। ओडीएफ प्लस के लिए सर्वे हो चुका है। नपा में भी बैठकों से लेकर हर रैली व प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग लगाने का काम तो हो चुका है, लेकिन स्वच्छता को लेकर अब तक इस अभियान ने इस बार गति नहीं पकड़ी। और स्वच्छता के लिए होने वाली इस परीक्षा में सिर्फ एक माह का समय बचा है। एक माह में नपा को तय मापदंडों के आधार पर अपनी तैयारी पूरी करने की बड़ी चुनौती सामने है।

सर्विस लेवल:-
घर-घर कचरा संग्रहण से लेकर कचरे का निष्पादन व गीले-सूखे कचरे का पृथकीकरण, व्यवसायीक व आबादी क्षेत्र में झाडू से सफाई, शहर में लगे डस्टबीन को खाली करने के अलावा सफाई से जुड़े अन्य बिंदु शामिल है। इन पर किए जाने वाले काम के आधार पर नपा को १५०० में से अंक दिए जाएंगे।

सिटीजन फीटबैक:-
शहर में की जाने वाली सफाई से लेकर सर्विस लेवल में होने वाले कामों पर शहर की जनता का फीटबैक लिया जाएगा। इसमें नपा के कामों पर जनता की फीडबैक जब तक मुहर नहीं लगाएगा तब नपा के अंक नहीं बढ़ेगे। सर्विस लेवल के कामों को जनता ओके कहेगी तो ही इसमें नपा के अंक बढ़ेंगे। इसके अलावा वेस्ट बिल्डिंग मटेरियल व शौचालयों की सफाई भी इसमें शामिल है। इसमें भी १५०० में से अंक मिलेंगे।

स्टार रैटिंग:-
१५०० अंकों की इस स्टार रैटिंग में नपा को सर्विस लेवल व सिटीजन फीडबैक के आधार पर नंबर मिलेंगे। इसमें ओडीएफ प्लस के अंक में शामिल है। ओडीएफ प्लस के लिए नपा ने आवेदन कर दिया और इसके लिए सर्वे हो भी चुका है। पहली दोनों केटेगरी के अलावा ओडीएफ प्लस में मिलने वाले अंक में इस केटेगरी में नपा के अंक तय करेगीं।

डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन:-
सर्वेक्षण के लिए आने वाली टीम डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन करेगी। इसमें भी १५०० अंक तय है। स्वच्छता के लिए किए जाने वाले कामों और डाक्यूमेेंट के आधार पर नपा द्वारा दिखाए कामों को टीम नपा की जानकारी के बिना सीधे मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाएगी कि सही मायनो में काम हो रहा के नहीं। इसमें कचरा गाडिय़ों से लेकर कचरे का निष्पादन व प्रचार-प्रसार के कामों के अलावा शहर में होने वाली सफाई को देखा जाएगा।

सभी काम चल रहे है
प्रचार-प्रसार से लेकर कचरा संग्रहण व निष्पादन से लेकर स्वच्छता सर्वेक्षण से जुड़े हर पैरामीटर पर नपा का अमला काम कर रहे है। इस बार बेहतर अंक हासिल करने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। अब शहरवासियों से भी इस अभियान में अपनी भूमिका निर्वहन करने की आस है। -केजी उपाध्याय, स्वास्थ्य अधिकारी

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