विश्रामगृह पर बंद कमरें में कलेक्टर से की चर्चा
सुबह के समय विश्रामगृह पर प्रभारी मंत्री से मिलने के लिए पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल सहित तमाम कांग्रेस के नेता व जिलेभर के कार्यकर्ता पहुंचे। तब बंद कमरें में मंत्री ने कलेक्टर मनोज पुष्प से लंबे समय तक चर्चा की। इस दौरान दरवाजा भी बंद रखा गया तब नेता व कार्यकर्ता बाहर खड़े रहे।
पूर्व सरकार में मुख्यमंत्री-मंत्री को पता ही नहीं चलता था और अधिकारी आदेश जारी कर देते थे पत्रकारों से चर्चा के दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि १५ सालों के बाद जब हम सरकार में आए तो खजाना खाली था। यह हम नहीं पूर्व सरकार के वित्तमंत्री ने खुद कहा। अफसरशाही पर लगाम लगाते हुए प्रशासनिक व्यवस्था सुधार रहे है। पूर्व की सरकार में तो मुख्यमंत्री व मंत्री को पता ही नहीं चलता था और अधिकारी आदेश जारी कर देते थे। हमारी सरकार में एक आईएएस अधिकारी ने ऐसा किया तो हमनें तत्काल हटाया। बिना केंद्र की सहायता के अपने स्रोत डेवलप कर हम चुनाव के समय जनता के बीच जो कहा वह कर रहे है।
माफिया के नाम पर जनता को नहीं करें परेशान
माफिया मुहिम में जनता को परेशान नहीं करने मुख्यमंत्री के निर्देश को यहा कलेक्टर के सामने दोहराया। यदि कोई परेशान करेंगा तो कार्रवाई करने की बात कही। टीएनसी व खाद्य विभाग के अधिकारियों के यहां कई सालों से जमें होने के साथ शिकायतें की गई तो कार्रवाई की बात कही। वही श्रीराम मंदिर सहित नालों की जमीन पर कब्जे की बात सामने आने पर उन्होंने कहा कार्रवाई चल रही है। तो वहीं चंबल का पानी इस साल मंदसौर आने की बात भी कही। वहीं शहर का मास्टर प्लान भूमाफियाओं को लाभ पहुंचाने के हिसाब से बनाए जाने पर उन्होंने कलेक्टर के यहां आपत्ति दर्ज कराने की बात कही। तो तैलिया तालाब सहित शहर में अन्य जगहों पर अतिक्रमण व कब्जों का मामला भी मंत्री के सामने उठाया गया।