किसी के १०० रुपए तो किसी के ८०० रुपए आए खाते में : मंगलवार को जैसे ही सफाई कर्मचारियों के खातों में वेतनमान पहुंचा। सफाई कर्मचारी राशि निकालने के लिए बैंको व एटीएम पर पहुंचे। खातों में पेमेंट नहीं होने पर कर्मचारियों ने बैंको में पहुंचकर जांच कराई तो पता चला कि किसी की सैलरी ३९ रुपए तो किसी की १०० रुपए तो किसी की ८०० रुपए सैलरी आई। १२ हजार रुपए सैलरी वाले कर्मचारी के खाते में २०० रुपए आए, वहीं ८ हजार सैलरी लेने वाले कर्मचारी के खाते में केवल ३९ रुपए आए। इस पर कर्मचारियों ने एक-दूसरे से चर्चा की। सैलरी कम देख सभी सफाई कामगार संघ के नेतृत्व में नगरपालिका कार्यालय एकत्र हुए। यहां सीएमओ सविता प्रधान से मिले। कर्मचारियों ने यहां नारेबाजी भी की। कर्मचारियों ने सीएमओ से कहा कि हम प्रतिदिन सफाई कर रहे हैं। दिन हो या रात, सुबह हो या शाम जब भी सफाई कार्य के लिए हमें बुलाया जाता है, हम तुरंत मौके पर हाजिर हो जाते हैं। इसके बावजूद हमारी तनख्वाह काटी जा रही है। जबकि हम बॉयोमेट्रिक थंब मशीन में प्रतिदिन अंगूठा भी लगा रहे हैं। जो कर्मचारी अगूंठा नहीं लगाते हैं, उनके रजिस्टर में हस्ताक्षर भी होते हैं। इसके बावजूद सैलरी नहीं मिल रही है।
बहुत कम वेतन आया : स्थायी और अस्थाई करीब १५० कर्मचारियों के खातो में बहुत कम वेतन आया है। सभी सफाईकर्मी १२ महीने परिश्रम करते हैं। खातो में वेतन कम आने से आक्रोश स्वाभाविक है। किसी के २ हजार कटे हैं तो किसी के ५ हजार तो किसी की १२ हजार की राशि वेतन में कटी है। इस संबंध में सीएमओ को बता दिया गया है कि यदि समस्या का समाधान नहीं होता है तो आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। – प्रकाश मकवाना, सफाई कामगार संघ
अनावश्यक प्रदर्शन कर रहे : सफाईकर्मियों सहित नगरपालिका के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति थंब मशीन के अलावा हाजिरी रजिस्टर में भी दर्ज की जाती है। थंब मशीन में अंगूठा लगाने वाले कर्मचारी सीसीटीवी कैमरे की नजर में भी रहते हैं। जो कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थित रहे हैं, पर किसी कारणवश थंब मशीन में उनकी हाजिरी दर्ज नहीं हुई है, उनका वेतन खातो में उपस्थिति अनुसार डाल दिया जाएगा। यह बात सफाईकर्मियों को बता दी गई है। इसके बाद भी सफाईकर्मी अनावश्यक प्रदर्शन कर रहे हैं। – सविता प्रधान, सीएमओ, नगरपालिका