सिर्फ १५ रूपए की जांच करने क्यों आया उज्जैन से दल….पढ़े यहंा
मंदसौरPublished: Aug 07, 2019 04:53:49 pm
सिर्फ 15 रूपए की जांच करने क्यों आए उज्जैन से दल….पढ़े यहंा
मंदसौर.
नर्सिंग छात्राओं को जिला अस्पताल क्लिनिकल प्रशिक्षण के लिए आना पड़ता है। इसके लिए बकायदा शासन द्वारा विभाग को वाहन उपलब्ध करवा रखा है। लेकिन नियमों के परे रख इन छात्राओं को वाहन की व्यवस्था नर्सिंग कॉलेज में नहीं दी गई है। जिसकी शिकायत भोपाल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को की गई। इस पर स्वास्थ्य विभाग उज्जैन ज्वाइंट डायरेक्टर की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम गठित की गई। जो मंगलवार को जांच करने के लिए मंदसौर पहुंची।
जानकारी के अनुसार जांच दल में जांच दल अध्यक्ष डॉक्टर अनुप्रिया गवली, लेखा अधिकारी कीर्ति चौहान,संयुक्त संचालक कार्यालय की सहायक अधीक्षक आरती सोनी और जांच सदस्य में रमेशचंद्र सोनी और मनीष उपाध्याय थे। जांच दल दोपहर करीब १२ बजे जिला अस्पताल पहुंचा। यहां पर सीएमएचओ डॉ अधीर मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा की और दस्तावेज भी देखे।
छात्राओं सहित प्राचार्य के लिए बयान
इसके बाद वे जांच दल और सीएमएचओ डॉ अधीर मिश्रा के साथ नर्सिंग कॉलेज पहुंचे। यहां पर उन्होंने संबंधित छात्राओं, नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य, वार्डन सहित सीएमएचओ के बयान लिए। करीब ८ से १० बयान लिए गए। जानकारी के मुताबिक छात्राओं ने ज्वाइंट डायरेक्टर डॉक्टर गवली को बयान में बताया कि उनको जिला अस्पताल प्रशिक्षण के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में नर्सिंग कॉलेज से जिला अस्पताल पहुंचने तक वाहन की व्यवस्था नहीं है। जबकि होना चाहिए। वाहन नहीं होने के कारण १० से १५ रूपए प्रति छात्रा को किराया देना पड़ता है।
इनका कहना..
छात्राओं को वाहन उपलब्ध नहीं होने की शिकायत की गई थी। इसमें जांच दल गठित किया गया था। जिस पर हमने मंगलवार को जांच की। छात्राओं सहित सभ जवाबदेह अधिकारियों के बयान लिए गए है। सीएमएचओ को निर्देश दिए गए है कि छात्राओं के जिला अस्पताल तक लाने के लिए वाहन की व्यवस्था करवाएं।
डॉक्टर अनुप्रिया गवली, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य।
छात्राओं को जिला अस्पताल तक लाने वाले वाहन खराब है। अभी अस्थाई रूप से एक वाहन की व्यवस्था की जा रही है। वाहन व्यवस्था के लिए बजट की मांग की गई है।
डॉ अधीर मिश्रा, सीएमएचओ।