शिवना की सेवा में मातृशक्ति नहीं रही पीछे
समाजसेविका किरण मंडोरा ने कहा देश की मातृशक्ति सेवा कार्य में कभी पीछे नहीं रही प्रत्येक कार्यक्रम की सफलता में मातृशक्ति को केवल बुलाने की देर है। वह बड़ी श्रद्धा और उस कार्य को पूरा करने में लगन निष्ठा से कार्य करती है और मां शिवना ना हमारे लिए नदी ही नहीं हमारी आस्था का केंद्र है। इस नदी के अंदर हमारे इष्ट देव का उत्पत्ति स्थल है इस पर किया हुआ सेवा कार्य कभी भी बेकार नहीं जाएगा।
समाजसेविका किरण मंडोरा ने कहा देश की मातृशक्ति सेवा कार्य में कभी पीछे नहीं रही प्रत्येक कार्यक्रम की सफलता में मातृशक्ति को केवल बुलाने की देर है। वह बड़ी श्रद्धा और उस कार्य को पूरा करने में लगन निष्ठा से कार्य करती है और मां शिवना ना हमारे लिए नदी ही नहीं हमारी आस्था का केंद्र है। इस नदी के अंदर हमारे इष्ट देव का उत्पत्ति स्थल है इस पर किया हुआ सेवा कार्य कभी भी बेकार नहीं जाएगा।
श्रमदान हर कार्य को पूरा कर सकता है
एडवोकेट विजय परदेशी ने कहा कि श्रमदान हर बड़े कार्य को पूरा कर सकती है। श्रमदान के प्रति सभी के आस्था है। इस राष्ट्र को सुंदर बनाने के लिए भारत के प्रत्येक नागरिक को नदियों को और हर क्षेत्र में पौधें लगाकर वायुमंडल को शुद्ध करने के लिए बहुत प्रयास करने की आवश्यकता है। भारत में भावनाएं काम करती हैं बस उनका उपयोग शासन को लेना आना चाहिए। आम जनता शासन के साथ बराबर कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेगी।
एडवोकेट विजय परदेशी ने कहा कि श्रमदान हर बड़े कार्य को पूरा कर सकती है। श्रमदान के प्रति सभी के आस्था है। इस राष्ट्र को सुंदर बनाने के लिए भारत के प्रत्येक नागरिक को नदियों को और हर क्षेत्र में पौधें लगाकर वायुमंडल को शुद्ध करने के लिए बहुत प्रयास करने की आवश्यकता है। भारत में भावनाएं काम करती हैं बस उनका उपयोग शासन को लेना आना चाहिए। आम जनता शासन के साथ बराबर कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेगी।
शिवना के लिए गहरी आस्था है
पशुपतिनाथ प्रबंध समिति के मैनेजर राहुल रुनवाल ने श्रमदान करते हुए कहा कि इस नदी के प्रति सभी की गहरी आस्था है। बाहर से आने वाले दर्शनार्थी शिवना के अंदर स्नान भी करते हैं अबकी बार शिवना का जो जल है वह साफ स्वच्छ है यदि प्रयास जारी रहे तो शिवना का और अच्छा रूप निखर कर आएगा। इसके लिए सभी श्रमदान करेंगे परिणाम सुखद होंगे।
पशुपतिनाथ प्रबंध समिति के मैनेजर राहुल रुनवाल ने श्रमदान करते हुए कहा कि इस नदी के प्रति सभी की गहरी आस्था है। बाहर से आने वाले दर्शनार्थी शिवना के अंदर स्नान भी करते हैं अबकी बार शिवना का जो जल है वह साफ स्वच्छ है यदि प्रयास जारी रहे तो शिवना का और अच्छा रूप निखर कर आएगा। इसके लिए सभी श्रमदान करेंगे परिणाम सुखद होंगे।
प्रयासों के सुखद परिणाम आएंगे
श्रमदान करने आई अनीता दीदी ने कहा कि शिवना तो पहले से स्वच्छ और साफ थी इसके अंदर गंदगी जनता ने मिलाई है और जनता ही साफ स्वच्छ रखने के लिए आगे आएगी तो इसके सुखद परिणाम निकलेंगे। इसमें गंदे नाले ना मिलाया जाए और विश्व विख्यात प्रतिमा जहां से प्रगट हुई है उसके लिए शासन को स्थाई समाधान के लिए कठोर कदम उठाने होंगे।
श्रमदान करने आई अनीता दीदी ने कहा कि शिवना तो पहले से स्वच्छ और साफ थी इसके अंदर गंदगी जनता ने मिलाई है और जनता ही साफ स्वच्छ रखने के लिए आगे आएगी तो इसके सुखद परिणाम निकलेंगे। इसमें गंदे नाले ना मिलाया जाए और विश्व विख्यात प्रतिमा जहां से प्रगट हुई है उसके लिए शासन को स्थाई समाधान के लिए कठोर कदम उठाने होंगे।