scriptसालों बाद जिले में औसत बारिश हुई 60 इंच, गांधीसागर के 14, रेतम के 10 और काका गाडगिल गेट के खोले गए 3 गेट | Years later, the district received average rainfall of 60 inches, 14 o | Patrika News

सालों बाद जिले में औसत बारिश हुई 60 इंच, गांधीसागर के 14, रेतम के 10 और काका गाडगिल गेट के खोले गए 3 गेट

locationमंदसौरPublished: Sep 10, 2019 11:31:52 am

Submitted by:

Nilesh Trivedi

सालों बाद जिले में औसत बारिश हुई 60 इंच, गांधीसागर के 14, रेतम के 10 और काका गाडगिल गेट के खोले गए 3 गेट

सालों बाद जिले में औसत बारिश हुई 60 इंच, गांधीसागर के 14, रेतम के 10 और काका गाडगिल गेट के खोले गए 3 गेट

सालों बाद जिले में औसत बारिश हुई 60 इंच, गांधीसागर के 14, रेतम के 10 और काका गाडगिल गेट के खोले गए 3 गेट

मंदसौर.
शहर सहित जिले को भादौ की बारिश ने जलमग्न कर दिया। रविवार के बाद सोमवार सुबह से जारी मुसलाधार बारिश के कारण कई जगहों पर जलजमाव हो गया तो खेत तालाब बन गए। पिछले कई सालों के बाद इस बार जिले में औसत बारिश ६० इंच तक पहुंची है। सबसे ज्यादा गरोठ में 76 इंच का आंकड़ा पार हुआ तो मंदसौर सहित अन्य तहसीलों में 60 इंच तक बारिश हो चुकी है।
सोमवार को दिनभर बारिश का दौर जिले में जारी रहा। सावन के बाद भादौ में ही बादल झुमकर बरसे तो नदी-नाले उफान पर आ गए। जिले में अनेक जगह आवागमन बंद हो गया। गांधीसागर के १४ तो रेतम के १० और गाडगिल के ३ गेट खोलना पड़े। इस बारिश में गांधीसागर के चौथी बार गेट खोले गए। जिले में कई गांवों में घरों में पानी घुस गया तो गांव के मार्गों पर नदी जैसे पानी बहता नजर आया। वहीं शामगढ़ के समीप चोमेहला में रेलवे ट्रेक पर पानी होने के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ।
पानी के चलते उफने नदी-नालों के कारण गांव टापू बन गए। इस बार जिले में हुई भारी बारिश के कारण भारी नुकसान भी जिलेवासियों को उठाना पड़ा है। सड़क-पुलिया से लेकर मकान और किसानों की फसल भी पूरी तरह चौपट हो गई। लगातार हो रही हादसों के बाद भी पुल-पुलियाओं पर सुरक्षा इंतजामों के अभाव में पानी के बीच जानजोखिम में डालकर पुलिया पार करते हुए ग्रामीणजन दिनभर नजर आए।

दिनभर में मंदसौर में डेढ़ इंच से अधिक बारिश
रविवार के बाद सोमवार को भी अलसुबह से ही बारिश का दौर जारी है जो शाम तक चलता रहा। रुक-रुककर बारिश शाम तक होती रही। लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया तो लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिनभर में मंदसौर में करीब डेढ़ इंच से अधिक बारिश हुई। जिले में भी यह हाल रही। वहीं पिछले २४ घंटों में गरोठ में सबसे अधिक बारिश हुई। बारिश के चलते कई क्षेत्रों में जलजमाव के हालात बन गए।

14 गेट खोले छोड़ा 3 लाख क्यूसेक पानी
गांधीसागर के बारिश के दौर में चौथी बार गेट खोले गए। वहीं दूसरी बार बड़े गेट खोलना पड़े। लगातार हो रही बारिश के चलते गांधीसागर में पानी की आवक बढ़ रही है। इधर पूरा डेम लबालब भरा होने के साथ अब जलसंसाधन विभाग यहां १३१० का लेवल मेंटन करने के कारण गेट खोल रहा है। वर्तमान में ३ लाख ५ हजार क्यूसेक से गांधीसागर में पानी की आवक हो रही है। सोमवार तक ३ लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया था। जलसंसाधन विभाग के एसडीओ एमएल त्रिवेदी ने बताया कि गांधीसागर के स्लूज (छोटे) ९ और बड़ेे ५ गेट खोले गए। रविवार की शाम को ५ गेट खोल दिए थे। सोमवार दोपहर में १४ गेट खोले गए जो शाम तक खुले रहे। वर्तमान में भी ३ लाख की आवक हो रही है। ऐसे में गेट अभी और समय खुले रहेंगे। बांध के सभी केचमेंट एरिया में अच्छी आवक के चलते गेट खोले गए। वर्तमान में गांधीसागर का जलस्तर १३११.४० फीट का है।
चोमेहला रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण ट्रेन लेट हुई
समीप के राजस्थान सीमा में चोमेहला स्टेशन पर पानी भर जाने के कारण ट्रेक पानी में डूब गया। इसके चलते रेल यातायात प्रभावित हुआ। कई ट्रेने इसके कारण प्रभावित हुई। लगातार हो रही बारिश के कारण चोमेहला रेलवे स्टेशन के नजदीक गेट से कुछ दूरी पर पटरी पर पानी भर जाने के कारण डाउन ट्रेक पर चलने वाली सभी ट्रेन लेट हुई। इसके कारण यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुवासरा रेलवे स्टेशन पर कोटा रतलाम पेसेन्जर सुवासरा स्टेशन पर पौन धंटे तक खड़ी रही। वही मुंबई की और से आने वाली फास्ट पैसेंजर फ्रन्टीयर मेंल, दुरंतो एक्सप्रेस, गाज़ीपुर बांद्रा एक्सप्रेस, लगभग डेढ़ घंटे लेट हुई वहीं लोकल पेसेंजर भी डेढ़ घंटे की देरी से चली। इसके कारण यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। चोमेहला रेलवे स्टेशन के नजदीक बसे शहर के कुछ हिस्सों में जो पानी के निकास निचले हिस्सा रेलवे ट्रैक पर से होकर गुजरता है। इसके कारण पानी का बहाव सीधा पटरी पर ाहेने के कारण पटरी पर पानी भर जाने का मुख्य कारण है जब भी तेज़ बारिश होती तो चोमेहला रेलवे स्टेशन पर ट्रेक पर जल्द ही पानी आ जाता है। यही कारण है कि चोमेहला स्टेशन पर ट्रेन की आवाजाही कुछ घंटे के लिए बंद हो जाती है।
नाला पार करते समय बहा बाईक सवार, ग्रामीणों ने बचाया
गांव सहित आसपास के क्षेत्र में रविवार से हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गया। पुलिया पार करते समय एक ग्रामीण बाईक सहित पुलिया पार करने में बह गया। कचनारा सहित आसपास के गांव में रविवार रात से बारिश का दौर जारी है। बारिश के कारण जनजीवन अस्त.व्यस्त हो गया है। सोमवार को भी बारिश का क्रम जारी रहा। कचनारा स्थित खाल जोगी डिगाव कयामपुर मार्ग पर स्थित है। उफनते नदी-नालों के कारण नाहरगढ़-बिल्लोद पुलिया के साथ ही जिला मुख्यालय जाने का एकमात्र मार्ग होकर कचनारा खाल पर आवागमन बंद हो गया। यहां दोनों और मार्ग बंद होने से वाहनों की लंबी कतारें लग गई। 10 बजे एक मोटरसाइकिल चालक पुलिया पार करते समय पुलिया पर गड्ढा होने के कारण संतुलन खो बैठा और बाइक बंद हो गई साथ ही तेज बहाव के कारण वह बाइक सहित बहने लगा। बाइक करीब 300 मीटर दूर एक बबूल के पेड़ पर अटक गई थी।
रेतम के 10तो गाडगिल के खुले3 गेट
लगातार बारिश के कारण रेतम बैराज के १० गेट खोले गए तो गाडगिल बैराज के ३ गेट खोले गए। गांव लिंबावास सहित आसपास के क्षेत्र में मुसलाधार बारिश के चलते कई जगहों पर आवागमन बंद हो गया। जानकारी अनुसार लिंबावास, बांसखेड़ी पिरगुराडिया, आवनाकाचरिया, झार्डा, गोपालपूरा सहित आसपास के क्षेत्र मे रविवार कि रात्री से बारिश चल रही है। सोमवार को दोपहर में तेज बारिश हुई। क्षेत्र के कई नाले और नदी उफान पर आ गए तो आवागमन भी रुक गया। बावजूद तेज बारिश के ग्रामीणजन पुलिया पार करते हुए नजर आए। छोटी पूलिया पर 3 से ४ फीट पानी रहा। सोमवार कि सुबह से ही मुसलाधार बारिश के चलते झार्डा से बुढा रोड़ कि पूलिया पर करीब 3 से 4 फीट पानी पानी रहा। इसके चलते घंटों आवागमन बंद रहा।
नाले में डूबा ट्रैक्टर, जेसीबी से निकाला
ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गांव अरनीया निजामुद्दीन के यहां जो पुराना गांव है उस नाले पर गांव के ही इस्माइल अजमेरी का ट्रैक्टर निकालते समय नाले से नीचे उतर गया और नाले में डूब गया। ट्रैक्टर पूरा पानी में डूब गया। ग्रामीणों की मदद से जेसीबी बुलाकर ट्रैक्टर को नाले से बाहर निकाला गया।
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