ब्रिटिश र्इ-काॅमर्स से किया खरीदारी
दरअसल बैंक ने जो ट्रैवल कार्ड जारी किया था उसकी अधिकतम लिमिट 13,000 रुपए का था लेकिन इस शख्स ने एक ब्रिटिश र्इ-काॅमर्स साइट से खरीदारी के दौरान बैंक को 9.1 करोड़ रुपए का बट्टा लगा दिया। हालांकि इस मामले में सीबीआर्इ ने मामला दर्ज कर लिया है। एसबीआइ ने इस मामले को लेकर एक एनआरआर्इ शख्स पर इस धोखाधड़ी का अाराेप लगाया है। सबसे पहले इस मामलो काे यलांचिलि साॅफ्टवेयर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड सामने लेकर आर्इ। जिसके बाद इस साॅफ्टवेयर कंपनी ने 28 फरवरी 2017 को इस मामले के बारे में बैंक को बताया। बैंक को दर्ज अपने शिकायत में कंपनी ने कहा कि, इस शख्स ने प्रीपेड कार्ड को 374 बार प्रयोग किया गया है। आैर इन्ही प्रयोगों के दौरान बैंक के साथ धोखाधड़ी किया गया है।
बैलेंस ने होने के बावजूद भी किया धोखाधड़ी
कंपनी ने ये भी बताया की इस धोखाधड़ी को 8 नवंबर 2016 से 7 फरवरी 2017 के बीच अंजाम दिया गया है। जिस शख्स के नाम से ये कार्ड जारी किया गया है उसका नाम संदीप कुमार रधु बताया गया है। आपको बता दें कि शुरुआती 200 डाॅलर मिलने बैलेंस के तौर पर मिलने के बाद से इस कार्ड को कभी रिचार्ज नहीं कराया गया था। सबसे खास बात ये है कि इसके बावजूद भी इस कार्ड से धाेखाधड़ी हुआ।