महंगी हो रही दालें
दलहन बाजार के जानकारों की मानें तो दालें और महंगी होंगी क्योंकि बरसात के कारण मध्यप्रदेश में उड़द की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा दिल्ली के मंडावली में रहने वाली एक महिला ने जानकारी देते हुए बताया कि हरी सब्जियों के दाम बढ़ने के बाद आलू और दाल से वह काम चला लेती थीं, क्योंकि इनके दाम कम थे, लेकिन अब दालें भी महंगी हो गई हैं, जिसके कारण आम जनता को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले चने का भाव 55-60 रुपये किलो था जो कि अब बढ़कर 65-70 रुपये किलो हो गया है और चने की दाल के दाम भी 90 रुपये किलो मिल रही है।
आगे भी बढ़ सकते हैं दाम
दलहन बाजार के जानकार अमित शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को बाजार में एक अफवाह थी कि सरकार दालों पर स्टॉक लिमिट लगाने वाली है, जिससे तमाम दलहनों दाम में एक दिनी गिरावट रही, लेकिन पिछले एक सप्ताह की बात करें, तो चना, मूंग और मसूर के दाम में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि बारिश और बाढ़ के कारण फसल खराब होने से अरहर और मटर के अलावा सभी दालों में तेजी का रुख देखने को मिल रहा है और यह तेजी आगे जारी रही तो मटर और अरहर के दाम में भी इजाफा देखने को मिल सकता है।
इतने बढ़े दाम
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मंगलवार को उड़द की एफएक्यू वेरायटी का थोक भाव 5,450 रुपये प्रति कुंटल था, जोकि पिछले सप्ताह के मुकाबले 550 रुपये अधिक है। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में एफएक्यू का भाव पिछले सप्ताह से 450 रुपये उपर 5,400 रुपये प्रति कुंटल था। चेन्नई में एफएक्यू उड़द का दाम 5,650 रुपये और एसक्यू वेरायटी के उड़द का भाव 6,775 रुपये प्रति कुंटल था। चेन्नई में बीते एक सप्ताह में एफएक्यू और एसक्यू का भाव क्रमश: 600 रुपये और 525 रुपये कुंटल बढ़ा है। कोलकाता मे एफएक्यू उड़द का भाव बीते एक सप्ताह में 850 रुपये बढ़कर 6,200 रुपये प्रति कुंटल हो गया।
मूंग के दाम में भी आई तेजी
मूंग के दाम में भी विभिन्न शहरों में बीते एक सप्ताह के दौरान 100-200 रुपये की तेजी आई है। राजस्थान लाइन मूंग का भाव मंगलवार को दिल्ली में 6,100 रुपये प्रति कुंतल था। दिल्ली में बीते एक सप्ताह में मूंग के भाव में 200 रुपये प्रति कुंटल का इजाफा हुआ है। वहीं, चने का भाव बीते एक सप्ताह में देश की प्रमुख मंडियों में 25-100 रुपये प्रति कुंटल बढ़ा है।
सुरेश अग्रवाल ने दी जानकारी
ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकारी एजेंसी नैफेड के पास चना और तुअर का भरपूर स्टॉक है और तुअर की नई फसल की आवक भी नवंबर-दिसंबर में शुरू होने वाली है इसलिए दलहनों के दाम ज्यादा बढ़ने की संभावना कम है।