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शहर के साथ-साथ गांव के लोगों को भी पसंद नहीं आ रहे पतंजलि के प्रोडक्ट, ग्रोथ में आई गिरावट

locationनई दिल्लीPublished: Aug 05, 2019 12:27:11 pm

Submitted by:

Shivani Sharma

पतंजलि के उत्पादों में एक तिहाई की गिरावट देखी गई
WPP के रिसर्च फर्म ने पतंजलि की ग्रोथ के बारे में दी जानकारी

baba ramdev

नई दिल्ली। बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने बाजार में आने के बाद अपनी अलग पहचान बनाई थी, जिसके कारण बाजार में अन्य कंपनियों के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी, लेकिन अब बाजार में माल बेच रही अन्य़ कंपनियों ने पतंजलि के उत्पादों की तोड़ निकाल ली है। इसके साथ ही पिछले एक साल से देखने में आ रहा है कि पतंजलि के उत्पादों की बिक्री में गिरावट आ गई है। इस समय शहरी इलाकों में पतंजलि के उत्पादों में काफी गिरावट आई है।


पतंजलि के प्रोडक्ट में आई गिरावट

आपको बता दें कि शहरों के साथ-साथ गांव के इलाकों में भी पतंजलि के उत्पादों में एक तिहाई की गिरावट देखी गई है। इसका सीधा मतलब यह है कि इस समय लोगों को पतंजलि के प्रोडक्ट्स पसंद नहीं आ रहे हैं। हाल ही में अमरीका ने पतंजलि के कई जूसों में मिलावट की शिकायत की थी, जिसके बाद भी पतंजलि की सेल में भी काफी गिरावट आई थी। इसके साथ ही खबर आ रही थी कि पतंजलि कई शहरों में मिलावट वाले उत्पाद बेच रही है। हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट में इस बात के बारे में जानकारी मिली है।


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रिपोर्ट में हुआ खुलासा

WPP के रिसर्च फर्म के मुताबिक पतंजलि आयुर्वेद के उत्पादों की बिक्री पिछले वित्त वर्ष में शहरों में 2.7 फीसदी तक घट गई। वहीं, अगर गांव के इलाकों की बात करें तो वहां पर 15.7 फीसदी की वृद्धि देखी गई है जो कि पहले से कम है। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्राकृतिक उत्पादों की बिक्री में कुल 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल की ही तरह इस साल भी रूरल मार्केट में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।


रामाकृष्णन ने दी जानकारी

रिसर्च करने वाली कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर रामाकृष्णन ने जानकारी देते हुए बताया कि आज के समय में लोग नैचुरल सेग्मेंट पर ज्यादा भरोसा करते हैं, जिसके कारण ही पतंजलि ने बाजार में अपनी पहचान बनाई थी। प्राकृतिक उत्पादों की मदद से बने प्रोडक्ट के कारण बाजार में भी एक अलग ब्रैंड बनाने में काफी सहायता मिलती है। एक साल पहले पतंजलि की ग्रोथ शहरों में 21.1 फीसदी और ग्रामीण इलाकों में 45.2 फीसदी थी।


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HUL को भी बनाने पड़े आयुर्वेदिक उत्पाद

पतंजलि जिस समय बाजार में अपने प्रोडक्ट लेकर उतरी थी उस समय इसने कई इंटरनेशनल ब्रांड्स को भी पीछे छोड़ दिया था। पतंजलि ने प्राकृतिक उत्पाद के नाम पर बाजार में अपनी अलग पहचान बनाई थी, जिसके बाद मल्टीनेशनल कंपनियों ने पतंजलि की चुनौती का सामना करने के लिए हर्बल ब्रैंड्स की शुरुआत की है क्योंकि लोगों को रुझान प्राकृतिक उत्पादों की ओर बढ़ा है। मार्केट लीडर HUL ने भी हेयरकेयर और स्किन केयर के आयुर्वेदिक ब्रैंड लॉन्च किए हैं। कोलकेट ने भी वेदशक्ति के नाम से नया टूथपेस्ट लॉन्च कर दिया है।

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