शेयर बाजार को दी जानकारी
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 11,526.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,631.02 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) कुल ऋण का 16.50 प्रतिशत रहीं, जो एक साल पहले समान तिमाही में 16.66 प्रतिशत रही थीं।
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बैंक का NPA गिरा
इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए 8.45 प्रतिशत से घटकर 5.79 प्रतिशत पर आ गया। कुल मिलाकर मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए 62,068.40 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 60,604.46 करोड़ रुपये रहा था। इसी तरह मूल्य के हिसाब से बैंक का शुद्ध एनपीए 27,932.25 करोड़ रुपये से घटकर 19,288.34 करोड़ रुपये पर आ गया। तिमाही के दौरान बैंक का प्रावधान और अन्य आकस्मिक खर्च 9,255.60 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 8,761.83 करोड़ रुपये रहा था।
फंसे कर्ज में भी आई कमी
बैंक के फंसे कर्ज अनुपात में कमी आने से उसके एवज में किया जाना वाला प्रावधान भी कम हुआ है। एक साल पहले फंसे कर्ज के एवज में जहां बैंक ने 6,699.23 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था वहीं इस साल यह घटकर 1,502.90 करोड़ रुपए रह गया है। पूरे वित्त वर्ष 2018- 19 की यदि बात की जाये तो बैंक को 5,546.90 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।
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