पांच सप्ताह में 1600 रुपए प्रति बैरल की गिरावट पिछले महीने के पहले सप्ताह में एमसीएक्स पर कच्चे तेल का भाव 5,600 रुपए प्रति बैरल से ऊपर चला गया था। इस प्रकार पिछले करीब पांच सप्ताहों में कच्चे तेल के दाम में 1,600 रुपए से ज्यादा की गिरावट आई है। एमसीएक्स पर मंगलवार को कच्चे तेल का नवंबर डिलीवरी वायदा 328 रुपए यानी 7.45 फीसदी लुढ़क कर 4,075 रुपए प्रति बैरल पर बंद हुआ, जो कि छह अप्रैल के बाद का सबसे निचला स्तर है, जब कच्चे तेल का भाव 4,029 रुपए प्रति बैरल पर आ गया था।
अक्टूबर के बाद 25 फीसदी की गिरावट उधर, अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर ब्रेंट क्रूड का जनवरी वायदा अनुबंध बुधवार को बीते सत्र के मुकाबले 0.66 फीसदी बढ़त के साथ 65.90 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं, नायमैक्स पर अमरीकी लाइट क्रूड डल्यूटीआई 0.20 फीसदी की बढ़त के साथ 55.78 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। कच्चे तेल का भाव आपूर्ति बढ़ने और मांग कमजोर रहने की संभावनाओं से टूटा है। अक्टूबर के बाद कच्चे तेल के दाम में करीब 25 फीसदी गिरावट आ चुकी है, जोकि 2014 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
दिसंबर में तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक बन सकता है अमरीका अमरीका में कच्चे तेल का उत्पादन दिसंबर में बढ़कर रिकॉर्ड 79.4 लाख बैरल रोजाना होने की संभावना है। अमरीकी ऊर्जा एजेंसी ईआईए ने मंगलवार को कहा थी कि अमरीका का तेल उत्पादन 116 लाख बैरल रोजाना हो सकता है और इस प्रकार अमरीका, रूस और सऊदी अरब के बाद कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक बन सकता है।
60 डॉलर प्रति बैरल तक गिर सकता है ब्रेंट का दाम एंजेल ब्रोकिंग हाउस के ऊर्जा विशेषज्ञ अनुज गुप्ता ने कहा कि ब्रेंट का दाम आगे 60 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक गिर सकता है। उनके अनुसार, डब्ल्यूटीआई का भाव लुढ़ककर 50 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकता है। गुप्ता ने कहा कि एमसीएक्स पर कच्चे तेल का दाम 4,700 रुपए प्रति बैरल के स्तर तक आ सकता है। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल में आगे नरमी रह सकती है, क्योंकि अमरीकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह अमरीका में कच्चे तेल का भंडार 78 लाख बैरल बढ़कर 4.32 करोड़ बैरल हो गया है।