scriptनवंबर माह में कच्चे तेल की कीमतों में आर्इ चार साल की सबसे बड़ी गिरावट | Crude oil prices biggest fall last four year in November 2018 | Patrika News

नवंबर माह में कच्चे तेल की कीमतों में आर्इ चार साल की सबसे बड़ी गिरावट

Published: Nov 14, 2018 11:09:29 am

Submitted by:

Saurabh Sharma

क्टूबर माह के बाद से नवंबर में कच्चे तेल की कीमताें में 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। जो 2014 के बाद से सबसे बड़ी है।

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नवंबर माह में कच्चे तेल की कीमतों में आर्इ चार साल की सबसे बड़ी गिरावट

नई दिल्ली। विदेशी बाजार में आई कमजोरी से घरेलू वायदा बाजार में बीते सत्र में कच्चे तेल का दाम करीब साढ़े सात फीसदी लुढ़कर बंद हुआ और आगे और गिरावट आने की संभावना है, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार में बुधवार को भी कच्चे तेल में नरमी जारी रही। खास बात तो ये है कि अक्टूबर माह के बाद से नवंबर में कच्चे तेल की कीमताें में 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। जो 2014 के बाद से सबसे बड़ी है। आइए आपको भी बताते हैं कि कच्चे तेल की कीमतों में आर्इ गिरावट की वजह से घरेलू स्तर पर इसका क्या प्रभाव पड़ रहा है।

एमसीएक्स पर 7.45 फीसदी टूट कच्चा तेल
विदेशी बाजार में बीते सत्र में कच्चे तेल के भाव में सात फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। ब्रेंट क्रूड का जनवरी वायदा अनुबंद बुधवार को बीते सत्र के मुकाबले 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 65.18 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं, अमेरिकी लाइट क्रूड डल्यूटीआई 0.70 फीसदी की कमजोरी के साथ 55.30 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। देश के सबसे बड़े वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर मंगलवार को कच्चे तेल का नवंबर डिलीवरी वायदा 328 रुपये यानी 7.45 फीसदी लुढ़कर 4,075 रुपए प्रति बैरल पर बंद हुआ, जो कि छह अप्रैल के बाद का सबसे निचला स्तर है जब कच्चे तेल का भाव 4,029 रुपए प्रति बैरल पर आ गया था।

नवंबर में 25 फीसदी कीमतों में गिरावट
दिसंबर डिलवरी कच्चा तेल अनुबंध भी एमसीक्एस पर 326 रुपए यानी 7.36 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 4,103 रुपए प्रति बैरल पर बंद हुआ। कच्चे तेल का भाव आपूर्ति बढ़ने और मांग कमजोर रहने की संभावनाओं से टूटा है। अक्टूबर के बाद कच्चे तेल के दाम में करीब 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है, जोकि 2014 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। अमेरिका में सात प्रमुख शेल बेसिन का उत्पादन दिसंबर में बढ़कर रिकॉर्ड 79.4 लाख बैरल रोजाना होने की संभावना है। अमेरिकी ऊर्जा एजेंसी ईआईए ने मंगलवार को कहा कि अमरीका का तेल उत्पादन 116 लाख बैरल रोजाना हो सकता है और इस प्रकार अमरीका, रूस और सउदी अरब के बाद कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक बन सकता है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
ऊर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि कच्चे तेल में आगे और नरमी रह सकती है क्योंकि अमरीकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह अमरीका में कच्चे तेल का भंडार 78 लाख बैरल बढ़कर 4.32 करोड़ बैरल हो गया। उधर, सउदी अरब ने अगले साल तेल की आपूर्ति में कटौती करने की बात कही है।

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