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कमजोर क्वालिटी के गेहूं की कीमत होगी और कम
वहीं, अंडर रिलैक्स्ड स्पेशिफिकेशन यानी यूआरएस कैटेगरी के गेहूं का रिजर्व प्राइस 2,080 रुपए प्रति कुंटल होगा। कारोबारी सूत्रों ने बताया कि जहां गेहूं की क्वालिटी कमजोर है, वहां एफसीआई 2,080 रुपए प्रति कुंटल के भाव पर गेहूं बेचेगा। इसके अलावा, एफसीआई द्वारा रैक लोडिंग पर भी 26 रुपए प्रति कुंटल अतिरिक्त देना होगा। हालांकि महाराष्ट्र के जींस कारोबारी किरण कटकरे ने बताया कि सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं की बिक्री का दाम अभी भी देश के विभिन्न हिस्सों में बाजार भाव से ऊंचा है।
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एफसीआई के भंडारण में 3,27.96 लाख टन गेहूं
उन्होंने कहा कि 2,135 रुपए प्रति कुंटल के इस भाव पर 170 रुपए ढुलाई खर्च के बाद नासिक में कारोबारियों को एफसीआई का गेहूं 2,305 रुपए प्रति कुंटल पड़ेगा, जबकि उत्तर प्रदेश से इस समय 2,270 रुपए प्रति कुंटल के भाव से नासिक में गेहूं जा रहा है। एफसीआई के पास एक जनवरी, 2020 को 3,27.96 लाख टन गेहूं का भंडार था, जोकि पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 56.75 लाख टन ज्यादा है। सरकार को सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी पीडीएस के लाभार्थियों को सस्ते दाम पर खाद्यान्न मुहैया करवाने के लिए हर महीने तकरीबन 20 लाख टन गेहूं की जरूरत होती है। ऐसे में जनवरी, फरवरी और मार्च के बाद भी एफसीआई के गोदामों में 250 लाख टन से ज्यादा गेहूं का भंडार बचा रहेगा।