इसलिए बढ़ाया ब्याज दर
फेड रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पाॅवेल ने कहा कि अमरीका में महंगार्इ में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है आैर इस वजह से महंगार्इ दर 2 फीसदी के करीब पहुंच रहा है। हालांकि इकोनाॅमिक आउटलुक पहले से बेहतर हुआ है। जेरोम पाॅवेल की अध्यक्षता में फेडरल रिजर्व की यह पहली बैठक थी। फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद कहा कि हमने ये फैसला जाॅब मोर्केट को देखते हुए लिया है। भविष्य में जाॅब मार्केट में ग्रोथ के अच्छे आसार देखने को मिल रहे हैं। वहीं इसके साथ ही आने वाले महीने में महंगार्इ बढ़ने का भी अनुमान है।
अागे भी बढ़ोतरी का अनुमान
इसके साथ ही फेड ने साल 2019 में दरों का अनुमान 2.7 फीसदी से बढ़ाकर 2.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। इसके साथ ही ये भी अनुमान लगाया है कि आने वाले साल में लगभग तीन बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती हैं। इन बढ़ोतरी के बाद साल 2020 तक ब्याज दर 3.4 फीसदी के स्तर तक जा सकती हैं। आपको बता दें की साल 2018 फेडरल रिजर्व ने पहली बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी किया हैं। हालांकि इससे पहले फरवरी में भी फेडरल रिजर्व की बैठक हुर्इ थी लेकिन इस बैठक में ब्याज दरों को लेकर कोर्इ फैसला नहीं लिया गया था।
अमरीकी शेयर बाजार में दिखा असर
ब्याज दर में इस बढ़ोतरी का असर अमरीकी शेयर बाजार में भी देखने को मिला। फेडरल रिजर्व के इस फैसले के बाद से प्रमुख सूचकांक डाआे जोंस दिन भर के अपने सबसे उपरी स्तर से 300 अंक गिरकर 24,682 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नैस्डेक में भी 0.24 फीसदी का गिरावट देखने को मिला। एसएंडपी भी 0.18 फीसदी गिरकर 2711 के स्तर पर बंद हुआ।