भारत फलों-सब्जियों का सबसे बड़ा उत्पादक देश उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में फलों और सब्जियों का सबसे बड़ा उत्पादक है लेकिन आधारभूत सुविधाओं तथा प्रौद्योगिकी के अभाव में केवल 10 फीसदी उत्पादों का ही प्रसंस्करण हो पाता है। ऐसे आयोजनों से देश में निवेश बढ़ने के साथ ही प्रौद्योगिकी को भी आसानी से लाया जा सकेगा। इसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा और जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं को नष्ट होने से बचाया जा सकेगा। बादल ने कहा कि देश में पहली बार कोल्ड चेन ग्रीड बनाने की दिशा में पहल की जा रही है। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के विकास के लिए प्रधानमंत्री सम्पदा योजना तैयार की गई है और इसके लिए 6,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है जिससे आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इससे इस क्षेत्र में 31,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जा सकेगा।
किसानों को प्रदर्शनी का लाभ लेना चाहिए: बादल अभी तक पेरिस, कनाडा, चीन आदि देशों में सियाल फूड प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता रहा है। भारत में पहली बार यह प्रदर्शनी आयोजित की गई है। इस प्रदर्शनी में रूस, कोरिया, जापान, ब्रिटेन, इंडोनेशिया, इटली, तुर्की, दक्षिण कोरिया आदि देश हिस्सा ले रहे हैं। बादल ने कहा कि ऐसे आयोजनों से देश को अवसर मिलता है जिसका लाभ लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार हर राज्य में मेगा फूड पार्क और कोल्ड चेन की स्थापना का प्रयास कर रही है, ताकि वहां के फलों, सब्जियों और जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं का प्रसंस्करण किया जा सके। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर कोल्ड स्टोरेज की स्थापना भी की जा रही है ।