निवेशकों ने निकाले अपने पैसे
इससे उनकी कुल निकासी 1,255.49 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। एक मई को महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में बाजार बंद रहे थे। इससे पहले एफपीआई ने घरेलू पूंजी बाजार ( शेयर और बांड ) में फरवरी में 11,182 करोड़ रुपए, मार्च में 45,981 करोड़ रुपए और अप्रैल में 16,093 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था।
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वी.के.विजयकुमार ने दी जानकारी
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के.विजयकुमार ने कहा कि मई महीने में एफपीआई के रुख के बारे में कह पाना जल्दबाजी होगा। यह संभव है कि चुनाव को लेकर एफपीआई सतर्कता बरत रहे हों। फंड्सइंडिया की म्यूचुअल फंड शोध प्रमुख विद्या बाला ने भी कहा कि चुनाव परिणाम को लेकर मई महीने में एफपीआई निवेश में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
पिछले सप्ताह भारत को हुआ था फायदा
वहीं, पिछले सप्ताह पर्याप्त तरलता के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ( एफपीआई ) अप्रैल महीने में 17,219 करोड़ रुपए के शुद्ध खरीदार रहे हैं। यह लगातार तीसरा महीना रहा जब एफपीआई ( FPI ) शुद्ध लिवाल रहे हैं।