जीएसटी और रुपए में लगातार कमजोरी के कारण सोने की मांग घटी है। वहीं सोने की बढ़ती कीमतों के चलते भी इस धातू से लोगों का मोहभंग हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड बार और गोल्ड ईटीएफ में निवेश कम होने की वजह से भी सोने की मांग गिरी है। गोल्ड डिमांड ट्रेंड नाम से आई वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 की पहली तिमाही में सोने की मांग कम हुई है।
घरेलू बाजार के साथ साथ वैश्विक बाजार में भी सोने की मांग में गिरावट दर्ज की गई है। वैश्विक स्तर पर सोने की मांग में 7 फीसदी की कमी आई है। रॉयटर्स के मुताबिक 2008 के बाद किसी तिमाही में सोने की मांग में सबसे ज्यादा कमजोरी देखने को मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक इस तिमाही में निवेश की मांग में 27 फीसदी की गिरावट देखी गई और इसके साथ यह 287 टन पर रही। जबकि पिछले साल इसी दौरान यह 394 टन पर थी। विदेशी बाजार में जहां सोने की मांग सबसे ज्यादा गिरी है उनमें चीन, जर्मनी और अमेरिका शामिल हैं।
गौरतलब है कि सोने की घटती मांग के चलते उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसकी कीमतों में गिरावट दर्ज की जा सकती है। आयात में भी कमी
मांग के साथ-साथ सोने की आयात में भी कमी देखने को मिली है। सोने का आयात 50 फीसदी गिरकर 153 टन रह गया, जो पिछले साल जनवरी-मार्च में 260 टन था। आयात में कमी की की मुख्य वजह सुस्त कंज्यूमर डिमांड, जीएसटी के बाद स्टॉक में कमी और बजट में ड्यूटी कट की उम्मीदें रहीं।