गिरावट के ये हैं कारण
दिल्ली के कारोबारी तरुण गुप्ता के मुताबिक ग्लोबल मार्केट में कमजोरी के ट्रेंड और ऊंची कीमतों के चलते ज्वैलर्स व रिटेलर्स की तरफ से डिमांड सुस्ती का सोने की कीमतों पर देखने को मिला। ग्लोबल टेंशन के चलते सोना सेफ हैवंस के तौर पर सामने आया है और निवेश के लिहाज से इसकी डिमांड बढ़ रही है। जीएसटी लागू होने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि सोने की कीमतों में उछाल देखा जाएगा। लेकिन लगातार चल रही ग्लोबल उथल-पुथल ने बाजार विश्लेषकों के सारे समीकरण बिगाड़ कर रख दिए। ग्लोबल संकट के चलते निवेशक इक्विटी मार्केट से पैसा निकालकर सोने में निवेश कर रहे हैं।
दिल्ली के कारोबारी तरुण गुप्ता के मुताबिक ग्लोबल मार्केट में कमजोरी के ट्रेंड और ऊंची कीमतों के चलते ज्वैलर्स व रिटेलर्स की तरफ से डिमांड सुस्ती का सोने की कीमतों पर देखने को मिला। ग्लोबल टेंशन के चलते सोना सेफ हैवंस के तौर पर सामने आया है और निवेश के लिहाज से इसकी डिमांड बढ़ रही है। जीएसटी लागू होने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि सोने की कीमतों में उछाल देखा जाएगा। लेकिन लगातार चल रही ग्लोबल उथल-पुथल ने बाजार विश्लेषकों के सारे समीकरण बिगाड़ कर रख दिए। ग्लोबल संकट के चलते निवेशक इक्विटी मार्केट से पैसा निकालकर सोने में निवेश कर रहे हैं।
विदेशी बाजारों में भी गिरावट
विदेशी बाजार की बात करें तो न्यूयॉर्क में सोना 1357.64 डॉलर प्रति औंस का एक साल का उच्च स्तर छूने के बाद एक दिन पहले शुक्रवार को 0.19 फीसदी गिरकर 1346 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। वहीं चांदी 0.91 फीसदी गिरकर 17.93 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
चांदी की कीमतों में बदलाव नहीं
चांदी की कीमतें 42,000 रुपए प्रति किलो के भाव पर स्थिर रहीं, जबकि साप्ताहिक बेस्ड डिलिवरी 200 रुपए गिरकर 41,750 रुपए प्रति किलो पर आ गई। हालांकि चांदी के सिक्कों की कीमतें 74,000 रुपए (खरीद) और 75,000 रुपए (बिक्री) प्रति सैकड़ा के भाव पर स्थिर रहे।
चांदी की कीमतें 42,000 रुपए प्रति किलो के भाव पर स्थिर रहीं, जबकि साप्ताहिक बेस्ड डिलिवरी 200 रुपए गिरकर 41,750 रुपए प्रति किलो पर आ गई। हालांकि चांदी के सिक्कों की कीमतें 74,000 रुपए (खरीद) और 75,000 रुपए (बिक्री) प्रति सैकड़ा के भाव पर स्थिर रहे।