डॉलर में मजबूती से भी गिरे सोने के दाम दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में रही तेजी से पीली धातु पर दबाव है। अमरीका में गुरुवार को जारी आर्थिक आंकड़ों से डॉलर को बल मिला है। आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति धीरे-धीरे बढ़ रही है। इससे अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत मिलते हैं। साथ ही अमरीका और चीन के बीच व्यापार युद्ध गहराने से भी डॉलर की मांग बढ़ी है। डॉलर के मजबूत होने से आमतौर पर सोने का आकर्षण कम होता है और उसकी कीमतों में गिरावट देखी जाती है। विदेशी बाजारों में चांदी हाजिर भी 0.09 डॉलर फिसलकर 15.81 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
वैवाहिक मौसम समाप्त होने से स्थानीय मांग घटी वैवाहिक मौसम समाप्त हो जाने के कारण स्थानीय बाजार में मांग में गिरावट आई है। इससे पीली धातु नरम पड़ी है। सोना स्टैंडर्ड 95 रुपए की गिरावट में 31,115 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा। सोना बिटुर भी इतना ही फिसलकर 30,965 रुपए प्रति दस ग्राम के भाव बिका। गिन्नी पर भी दबाव देखा गया। यह 100 रुपए टूटकर 24,700 रुपए पर रही। सोने के विपरीत चांदी हाजिर में टिकाव रहा। यह गत दिवस के 40,030 रुपए प्रति किलोग्राम पर रही, जो 16 अप्रैल के बाद का निचला स्तर है। चांदी वायदा 35 रुपए की बढ़त में 39,265 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। सिक्का लिवाली और बिकवाली एक-एक हजार रुपए टूटकर क्रमश: 74 हजार और 75 हजार रुपए प्रति सैकड़ा पर आ गए।
दिल्ली सर्राफा बाजार में दोनों कीमती धातुओं के दाम (रुपए में) – सोना स्टैंडर्ड प्रति 10 ग्राम : 31,115 – सोना बिटुर प्रति 10 ग्राम : 30,965 – चांदी हाजिर प्रति किलोग्राम: 40,030
– चांदी वायदा प्रति किलोग्राम : 39,265 – सिक्का लिवाली प्रति सैकड़ा : 74,000 – सिक्का बिकवाली प्रति सैकड़ा : 75,000 – गिन्नी प्रति आठ ग्राम : 24,700