आपको बता दें की इसके पहले वित्त मंत्री अरूण जेटली की अध्यक्षता मे गठित जीएसटी काउंसिल ने शनिवरा को जीएसटी नेटवर्क से जुड़ी तकनीकी समस्याओं पर गौर करने के लिए पांच सदस्यीय मंत्री समूह (जीओएम) के गठन का फैसला लिया था। इसका गठन 12 सितंबर को हुआ साथ ही इसके पहली बैठक को एक हफ्ते के अंदर ही बुलाई गई। बेंगलुरू मे होने वाले इस बैठक मे जीएसटीएन के चेयरमैन अजय भूषण भी भाग लेंगे।
जीओएम के इस मंत्री समूह में केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक , छत्तीसगढ़ के वणिज्यिक कर मंत्री अमर अग्रवाल, कर्नाटक के कृषि मंत्री कृष्ण बी गौड़ा और तेलांगना के वित्त मंत्री ई राजेन्द्र भी शामिल है। इसके अलावा इस बैठक में राजस्व सचिव हसमुख अधिया और जीएसटीएन के चेयरमैन अजय भूषण भी शामिल होंगे। इस समूह मे शामिल एक वित्त मंत्री ने कहा कि, हम आईटी इंफ्रा संबंधी मसले को हर पहलू से समझने की कोशिश करेंगे। हम करोबारियों को हो रही सभी समस्याओं की समीक्षा करेंगे। साथ ही जीएसटीएन को हर मोर्चे पर आ रही चुनौतियों पर भी विचार करेंगे। बैठक मे सभी समस्याओं को सुलझाने के लिए सही रणनीति तैयार करेंगे।
क्या है जीएसटीएन
जीएसटीएन जीएसटी के लिए प्रयोग होने वाले आईटी स्ट्रक्चर को अधार है जिसपर जीएसटी के अंतर्गत आने वाले सभी करोबारी रजिस्ट्रेशन और रिटर्न फाइल करने के लिए इस्तेमाल करते है। रिटर्न फाइल करने के लिए अंतिम तारीख आने के बाद वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक बढऩे से कारोबारियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इसके बाद सरकार को रिटर्न फाइल करने के लिए अंंतिम तारीख तक बढ़ाने पड़ी थी।