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टैक्सपेयर्स का किया गया था विश्लेषण
मुंबई में राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे ने कहा कि देश के 80 फीसदी टैक्सपेयर्स कर नई प्रणाली को अपनाएंगे। उन्होंनेे जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने बजट से पहले 5.78 करोड़ टैक्सपेयर्स का विश्लेषण किया था। जिसमें 69 फीसदी लोगों के अनुसार टैक्स की नई व्यवस्था में ज्यादा बचत होने की बात कही थी। वहीं 11 फीसदी ने पुरानी व्यवस्था को पसंद किया था। बाकी 20 फीसदी ऐसे टैक्सपेयर्स ऐसे भी होंगे जो कागजी काम से बचना और नई व्यवस्था को चुनना चाहते होंगे। पांडे के अनुसार कंपनी टैक्स जब सितंबर में कटौती हुई तो उन्हें भी इसी प्रकार का विकल्प दिया गया और 90 फीसदी कंपनियों ने कम कर दर को लेकर छूट मुक्त व्यवस्था को अपनाया।
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यह है नई टैक्स व्यवस्था का प्रस्ताव
0 फीसदी – 5 लाख रुपए कमाई पर
10 फीसदी – 5-7.5 लाख रुपए कमाई पर
15 फीसदी – 7.5-10 लाख रुपए कमाई पर
20 फीसदी – 10-12.5 लाख रुपए कमाई पर
25 फीसदी – 12.5-15 लाख रुपए कमाई पर
30 फीसदी – 15 लाख रुपए और अधिक की कमाई पर
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मौजूदा समय में कुछ ऐसा है टैक्स स्लैब
2,50,000 तक की आय पर – 0 फीसदी
2,50,001 से 5 लाख तक की आय पर – 5 फीसदी
500001 से 10 लाख तक की आय पर – 20 फीसदी
1000001 लाख से अधिक – 30 फीसदी