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बंद होंगी पूरे देश की रिफाइनरी, पेट्रोल-डीजल की कीमतें मचाएंगी हाहाकार

locationनई दिल्लीPublished: Nov 29, 2018 08:55:20 am

Submitted by:

Manoj Kumar

सभी तेल कंपनियों को भारत स्टेज-6 (बीएस-6) ईंधन की आपूर्ति के लिए सभी रिफाइनरियों को अप्रैल 2020 तक अपग्रेड करना है।

Oil Refinery

बंद होंगी पूरे देश की रिफाइनरी, पेट्रोल-डीजल की कीमतें मचाएंगी हाहाकार

नई दिल्ली। बीते 55 दिनों से आम जनता को राहत दे रहे पेट्रोल-डीजल नए साल में बड़ी आफत लेकर आ रहे हैं। इसका कारण यह है कि अगले साल देशभर की सभी सरकारी रिफाइनरियां एक से डेढ़ माह तक बंद रहेंगे। इस दौरान तेल शोधन का कार्य पूरी तरह से ठप रहेगा। तेल शोधन कार्य ठप होने के कारण देश में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति पर असर पड़ेगा। इस कमी को दूर करने के लिए सरकार या तो सीधे पेट्रोल-डीजल आयात करेगी या फिर निजी कंपनियों से शोधित तेल खरीदेगी। दोनों ही परिस्थितियों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी होना तय है।
इसलिए बंद होंगी रिफाइनरी

दरअसल, सभी तेल कंपनियों को भारत स्टेज-6 (बीएस-6) ईंधन की आपूर्ति के लिए सभी रिफाइनरियों को अप्रैल 2020 तक अपग्रेड करना है। इसके लिए कंपनियों को अपनी रिफाइनरी 30-45 दिनों तक बंद करनी पड़ेंगी। रिफाइनरियों के बंद होने के कारण ईंधन की मांग और आपूर्ति पर असर पड़ेगा। इससे सरकार पर शोधित तेल आयात करने का दबाव बढ़ेगा। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के प्रमुख (रिफाइनरी) बीवी रामा गोपाल का कहना है कि अगला साल हमारे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होने वाला है। गोपाल के अनुसार, भारत दुनियाभर का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है, लेकिन अतिरिक्त शोधन भंडार होने के कारण गैसऑयल और गैसोलीन जैसे ईंधन का आयात बहुत ही कम होता है।
ये होगा असर

– बीएस-6 अपग्रेडेशन के लिए सभी सरकारी तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम (बीपी), हिन्दुस्तान पेट्रोलियम (एचपी), मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स अपनी रिफाइनरियों को 30 से 45 दिनों तक बंद रखेंगी।
– देश की सरकारी तेल कंपनियां कुल ईंधन का करीब 60 फीसदी हिस्सा शोधित करती हैं।

– देश में रोजाना करीब 50 लाख बैरल ईंधन की जरुरत होती है।

– सरकारी रिफाइनरियों के बंद होने से निजी कंपनियों से तेल उत्पादन की मांग बढ़ जाएगी।
– निजी कंपनियों से तेल खरीदना महंगा पड़ सकता है। यह लागत माल भाड़े की वजह से बढ़ती है।

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