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आईएमएफ ने जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाकर 6.7% किया

locationनई दिल्लीPublished: Oct 10, 2017 09:17:23 pm

Submitted by:

manish ranjan

इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाया।

IMF
नई दिल्ली। भारत को जीएसटी से तगड़ा झटका लग सकता है। यह आशंका जताते हुए इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 0.50 फीसदी घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया है, जबकि पहले यह 7.2 फीसदी था। हालांकि मध्य अवधि के लिए 8 फीसदी की अच्छी ग्रोथ का अनुमान व्‍यक्ति किया है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने कहा कि जीएसटी ट्रांजिशन कॉस्ट के चलते जीडीपी ग्रोथ अनुमान में यह कटौती की गई है। हालांकि मीडियम टर्म में भारत की ग्रोथ 8 फीसदी से ऊपर पहुंच सकती है। आईएमएफ ने कहा कि नोटबंदी के एलान के बाद से भारत का ग्रोथ अनुमान लगातार प्रभावित हो रहा है। आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए भी भारत के ग्रोथ अनुमान को 0.30 फीसदी घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया है।

बढ़ाया चीन का ग्रोथ अनुमान
वहीं आईएमएफ ने चीन के ग्रोथ अनुमान में बढ़ोत्तरी की है। वर्ष 2017 के लिए चीन का ग्रोथ अनुमान 0.10 फीसदी बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया है। वहीं 2018 के लिए ग्रोथ अनुमान 0.10 फीसदी बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया गया है। आईएमएफ ने वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था में रिकवरी जारी रहने का अनुमान जताया है। IMF के अनुसार चालू वित्‍तीय वर्ष में वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था 3.6 फीसदी की दर से बढ़ेगी। इसमें चीन, जापान, रूस और यूरोप की कुछ उभरती हुई अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार के चलते होगा। इसमें अगले साल कुछ और सुधार दिखेगा। वर्ष 2018 में यह बढ़त 3.7 फीसदी रहेगी।
सुधारों से आएगी रफ्तार

आईएमएफ ने कहा है कि जरूरी आर्थिक सुधारों से ग्रोथ में तेजी आएगी। आईएमएफ ने कहा, भारत के ‘घरेलू मार्केट का एकीकरण’ करने वाले जीएसटी जैसे सुधारों से विकास दर में बाद में तेजी आएगी और यह 8 प्रतिशत को पार कर जाएगी। आईएमएफ ने अन्य लंबित सुधारों की ओर इशारा करते हुए कहा कि बिजनस के लिए माकूल माहौल बनाने के लिए श्रम सुधार और भूमि सुधार कानूनों को भी लागू करना होगा।
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