सऊदी अरब ऊर्जा मंत्री खालिद अल-फलीह के साथ बैठक
अल फलीह की यात्रा सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की इस साल फरवरी में भारत दौरे के बाद पहली यात्रा है। बयान में ये भी कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने भूराजनीतिक घटनाक्रमों का वैश्विक तेल बाजार पर प्रभाव को लेकर भी चर्चा की। इसी के साथ इन दोनों मंत्रियों ने भारत के तेल और गैस क्षेत्र में सऊदी के निवेश प्रस्तावों की समीक्षा की, जिसमें महाराष्ट्र में वेस्ट कोस्ट रिफाइनरी संयुक्त उपक्रम और पेट्रोकेमिलकल प्रोजेक्ट शामिल है। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग 44 अरब डॉलर है, जो कि दुनिया की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड रिफाइनरी होगी।
रणनीतिक पेट्रोलियन रिजर्व प्रोग्राम पर बातचीत
दोनों नेताओं ने भारतीय रणनीतिक पेट्रोलियन रिजर्व (एसपीआर) प्रोग्राम में सऊदी अरब की भागीदारी पर भी बात की। सऊदी अरब भारत को कच्चा तेल और एलपीजी निर्यात करने वाला दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।2017-18 में भारत में सऊदी अरब से 3.68 करोड़ टन (एमएमटी) कच्चा तेल आयात किया जो कि कुल आयात का 16.7 प्रतिशत था।
Read the Latest Business News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले Business News in Hindi की ताज़ा खबरें हिंदी में पत्रिका पर।