आपको बता दें कि ट्रैवेल एडवाइजरी जारी होने के बाद से लगातार फ्लाइट्स के कैंसिल होने और आखिरकार बंद हो जाने के कारण ATF (Aviation Turbine Fuel) में भी काफी कमी आ चुकी है। जिस वजह से कंपनी को अपने टोटल उत्पादन का 25-30 फीसदी कंट्रोल करना पड़ा है। पिछले एक सप्ताह में कंपनी ने अपने स्टोरेज प्वाइंट्स पर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का भंडारण कर लिया है। ताकि लॉकडाउन की स्थिति खत्म होने के बाद डिमांड बढ़ने पर सप्लाई को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा कंपनी ग्लोबल मार्केट पर भी नजर रखे हुए है ताकि बाजार रणनीति को उसी के हिसाब से प्लान कर सके।
यहां ध्यान देने वाली बात है कि इंडियन ऑयल ने हाल ही में bs6 एमिशन नॉर्म्स वाले फ्यूल की सप्लाई शुरू की है और ऐसा करके कंपनी देश की पहली सबसे साफ ईंधन देने वाली कंपनी बन चुकी है।