एक – एक उद्यमी व शिक्षक चिन्नी कृष्णन के बेटे ने इनोवेशन की दुनिया में बड़ा नाम हासिल किया। उसके एक बेटे सी.के राजकुमार ने 1980 के दशक के दौरान स्केट (वेलवेेट) में पहला शैम्पू लॉन्च किया था। दूसरे बेटे सी.के रंगनाथन ने एक कंपनी (अब कैविनेकर) की शुरुआत की। हालांकि शुरुआती दौर में शैम्पू की मात्रा के हिसाब से अधिक कीमत होने के कारण लोगों ने उसमें अधिक उत्साह नहीं दिखाया। लेकिन यह 1980 व 1990 के बीच का वह दौर था जब कंपनी को लगा कि शैंम्पू की मात्रा और मूल्य को कम इसकी सेल कहीं अधिक बढ़ाई जा सकती है। बस यहीं से शुरू हुआ शैम्पू का नया जमाना। कंपनी ने वन टाइन यूज (एक बार इस्तेमाल) होने वाले शैम्पू के पाउच तैयार किए, जिनकी कीमत अब बहुत कम हो चुकी है। लोगों ने इसको हाथो-हाथ लिया और दुनिया में शैम्पू को एक नई पहचान मिली। महान मैनेजमेंट गुरू सी.के. प्रहलाद कहते थे कि यह एक क्लासिक रणनीति थी।
दो – 2007 में भारत के 60 वें वर्ष की आजादी के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में मैनेजमेंट गुरु प्रहलाद ने इंडिया- 2022 विषय पर एक प्रजेंटेशन दिया था, जो भारतीय नीति निर्माताओं के लिए आज चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रजेंटेशन में उन्होंने इनोवेटिव इंडिया के कुछ क्षेत्रों पर प्रकाश डाला था। इंडियन सॉफ्टवेयर्स ग्लोबल डिलिवरी मॉडल (एक शब्द जिसे इन्फोसिस लिमिटेड ने लोकप्रिय किया गया है) भी सूची में शामिल है। यह इनोवेशन जीवनी लेखक था थॉमस फ्राइडमैन और नंदन नीलेकानी का विचार था। द ग्लोब डिलिवरी मॉडल डेटा व्यापार प्रक्रियाओं के लिए केन्द्र बन गया। जो भारत जैसे देशों में संचार नेटवर्क और डेटा ट्रांसमिशन को सस्ता कुशल बनाता है। जिनका इस्तेमाल भारतीय आर्मी में विश्लेषण के लिए किया जाता है।
तीन – कुछ लोगों को विश्वास करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन भारत में हमेशा विनिर्माण क्षेत्र में महत्वपूर्ण ताकत रही है। उदाहरण के लिए हमे सुन्दरम क्लेटन लिमिटेड से शुरू होने वाली भारतीय कंपनियों की लंबी सूची को देखने की जरूरत है, जो कि अपनी बेहतरीन क्वालिटी और गुणवत्ता के लिए डिमिंग पुरस्कार जीत चुकी है। 2000 के दशक के अंत में टाटा मोटर्स लिमिटेड ने एक लाख रुपये कार टाटा नैनो लॉन्च कर नया इतिहास रच दिया। नैनो कार विनिर्माण के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई। दुनिया के सबसे सम्मानित ऑटोमोबाइल कंपनी के सीईटो कार्लोस घोसन इसकी दिल खोल कर सराहाना करते हैं। इसके अलावा भारत में एयरटेल भारती जैसे कई ओर भी अधिक रोचक इनोवेशन हैं, जो बीते कुछ सालों में बड़ी तेजी से उभर कर सामने आए हैं। बता दें कि इन्र्फोमेशन आउटसोर्स करने का निर्णय दुनिया में सबसे पहले एयरटेल भारती ने ही लिया था।