नरेश गोयल कम कर सकते हैं जेट एयरवेज में अपनी हिस्सेदारी
कुछ समय पहले ही न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने कहा था कि नरेश गोयल कंपनी के चेयरमैन पद छोड़ने व कंपनी में अपनी 51 फीसदी हिस्सेदारी कम करने के लिए राजी हो गए हैं। एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा कि जेट के उधारकर्ता आगामी सप्ताह में नए खरीदार खोजने की तैयारी में कर सकते हैं। वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि नरेश गोयल ने जेट एयरवेज में 9.9 फीसदी तक अपनी हिस्सेदारी घटा सकते हैं। बता दें कि आज (सोमवार) ही कंपनी बोर्ड व उधारकर्ताओं के साथ बैठक होनी है। इस बैठक में जेट एयरवेज के पुनर्गठन को लेकर रास्ता निकाला जाएगा।
एसबीआई चेयरमैन ने कहा कि कंपनी का परिचालन जारी रहेगा
भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में उधारकर्ताओं ने इस बात की तरफ इशारा किया है कि वे 1,500 करोड़ रुपए का सपोर्ट दे सकते हैं। इसके लिए उधारकर्ता कंपनी में प्रमुख हिस्सेदार बनने की शर्त रख सकते हैं। पिछले सप्ताह ही एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था कि नरेश गोयल की कंपनी जेट एयरवेज को बचाने को पूरा प्रयास किया जाएगा, दिवालिया कानून को सहारा लेना हमारा अंतिम विकल्प होगा। उन्होंने आगे कहा, “विमान कंपनी की परिचालन को जारी रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। यही एविएशन सेक्टर व देश के हित में है कि जेट एयरवेज लगातार उड़ान भरती रहे।”
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