कीमतों में बढ़ोतरी से विमान सेवा कंपनियों के शेयर टूटे
कीमतों में बढ़ोतरी के बाद सोमवार को विमान सेवा कंपनियों के शेयर पौने पांच फीसदी तक टूट गए। पहले से नकदी की किल्लत में चल रही और वर्ष की पहली दो तिमाहियों में 2,350 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान उठा चुकी जेट एयरवेज के शेयर 4.74 फीसदी टूट गए। देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो के शेयर 3.96 फीसदी और किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट के शेयर 2.16 फीसदी लुढ़क गए। एयरलाइंस का 35 से 40 फीसदी खर्च विमान ईंधन के मद में होता है। कोलकाता में विमान ईंधन के दाम 01 अक्टूबर से 6.77 फीसदी बढ़कर 79,736 रुपए, मुंबई में 7.25 फीसदी बढ़कर 74,177 रुपए और चेन्नई में 7.40 फीसदी बढ़कर 75,521 रुपए प्रति किलोलीटर पर पहुंच गए हैं।
विमान सेवा कंपनियों के सामने चुनौती
विमान ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद विमान सेवा कंपनियों के सामने कई प्रकार की चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। इसमें यात्रियों को सस्ते किराए पर यात्रा कराना, अधिक से अधिक शहरों को विमान सेवा से जोड़ना, सेवाओं में गुणवत्ता बनाए रखना शामिल है। इसका कारण यह है कि ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से विमान सेवा कंपनियों का खर्च बढ़ जाता है।