सेक्टोरल इंडेक्स में 2% तक गिरावट बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 545 अंकों की गिरावट के साथ 34718.85 पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 173 अंकों की गिरावट के साथ 10,604.30 पर खुला। इसी दौरान सभी सेक्टोरल इंडेक्स में 2% तक गिरावट देखने को मिली। वहीं, हैवीवेट शेयरों रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, टीसीएस,
इंफोसिस , मारुति, आईटीसी एचयूएल में बिकवाली से गिरावट बढ़ती गई और 500 अंक के करीब पहुंच गई।
मिडकैप-स्मॉलकैप इंडेक्स भी टूटे लार्जकैप शेयरों के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 2.33% टूट गया है। मिडकैप शेयरों वक्रांगी में 10%, आरकॉम में 6.51%, अडानी एंटरप्राइजेज में 5.40%, एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग में 5.16% और अडानी पावर में 4.74% की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 2.78% गिरा है।
रुपया भी कमजोर हफ्ते के पहले कारोबारी दिन रुपए की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई। डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे गिरकर 64.20 के स्तर पर खुला। शुक्रवार को भी रुपए में कमजोरी देखने को मिली। बता दें डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे की गिरावट के साथ 64.06 के स्तर पर बंद हुआ था।
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाए जाने की वजह से गिरावट इसके बारे में क्रिस रिसर्च के फाउंडर अरुण केजरीवाल का कहना है कि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाए जाने की घोषणा के बाद निवेशक प्रॉफिट बुकिंग कर रहे हैं, जिससे गिरावट देखी जा रही है। दरअसल सरकार ने FY 18 का फिस्कल डेफिसिट 3.5% रहने का टारगेट रखा है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सरकार ने फिस्कल डेफिसिट को 3.2% या इससे नीचे रखा होता तो मार्केट के लिए यह अच्छा हो सकता था, लेकिन 3.5% का टारगेट मार्केट को निराश करने वाला है।