एक मिनट में हो जाएगा ई-केवाईसी
मोबीक्विक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिपिन प्रीत सिंह ने घोषणा करते हुए कहा कि एक चरणबद्ध तरीके से पीपीआई, बैंक खातों और कार्डों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान और उपयोग संभव बनाने के लिए केवाईसी एक आवश्यक कदम है। 28 फरवरी की केवाईसी अनुपालन समयसीमा निकल जाने के बाद ग्राहकों के बीच काफी भ्रम फैला हुआ है। इस पहल का उद्देश्य हमारे ग्राहकों को यह जानकारी देना है कि ई-केवाईसी बेहद सरल प्रक्रिया है जिसे उपयोगकर्ता के फोन पर एक मिनट में आसानी पूरा किया जा सकता है।
मोबीक्विक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिपिन प्रीत सिंह ने घोषणा करते हुए कहा कि एक चरणबद्ध तरीके से पीपीआई, बैंक खातों और कार्डों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान और उपयोग संभव बनाने के लिए केवाईसी एक आवश्यक कदम है। 28 फरवरी की केवाईसी अनुपालन समयसीमा निकल जाने के बाद ग्राहकों के बीच काफी भ्रम फैला हुआ है। इस पहल का उद्देश्य हमारे ग्राहकों को यह जानकारी देना है कि ई-केवाईसी बेहद सरल प्रक्रिया है जिसे उपयोगकर्ता के फोन पर एक मिनट में आसानी पूरा किया जा सकता है।
नोटबंदी के बाद तीन गुना बढ़े मोबीक्विक के ग्राहक
मोबीक्विक के ग्राहकों की संख्या नोटबंदी के बाद मात्र एक वर्ष में तीन गुना बढक़र 10 करोड़ पहुंच गई है। पेटीएम के बाद मोबीक्विक भारत में 10 करोड़ ग्राहकों का आंकड़ा पार करने वाला दूसरा मोबाइल वॉलेट बन गया है। सुपरकैश भारत में किसी मोबाइल वॉलेट द्वारा शुरू की गई अनोखी लॉयलिटी पहल है। इस पहल के अंतर्गत ग्राहक मोबीक्विक में अपने हर लेनदेन पर पैसे बचाते हैं। मोबीक्विक मोबाइल के जरिए पैसे का लेनदेन करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना अप्रैल 2009 में की गई थी।
मोबीक्विक के ग्राहकों की संख्या नोटबंदी के बाद मात्र एक वर्ष में तीन गुना बढक़र 10 करोड़ पहुंच गई है। पेटीएम के बाद मोबीक्विक भारत में 10 करोड़ ग्राहकों का आंकड़ा पार करने वाला दूसरा मोबाइल वॉलेट बन गया है। सुपरकैश भारत में किसी मोबाइल वॉलेट द्वारा शुरू की गई अनोखी लॉयलिटी पहल है। इस पहल के अंतर्गत ग्राहक मोबीक्विक में अपने हर लेनदेन पर पैसे बचाते हैं। मोबीक्विक मोबाइल के जरिए पैसे का लेनदेन करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना अप्रैल 2009 में की गई थी।