रोजाना 35 करोड़ लोग पेट्रोल पंप पर जाते हैं
उन्होने ने आगे कहा कि, पेट्रोल-डीजल की ऑनलाइन डिलीवरी होने से न सिर्फ लोगों को सहूलियत होगी बल्कि पेट्रोल पंपो पर लगने वाली भीड़ मे भी कमी आएगी। उन्होने आगे कहा कि, हर दिन लगभग 35 करोड़ लोग पेट्रोल पंप पर जाते है। इस तरह सालाना लगभग 2500 करोड़ का लेनदेन पेट्रोल पंपो पर किया जाता है। हालांकि पेट्रोल-डीजल के ऑनलाइन डिलीवरी को लेकर आगे की क्या प्रक्रिया होगी, इसके बारे में अभी कोई जानकारी उन्होने नहीं दिया है। समारोह मे बालते हुए प्रधान ने ये भी कहा कि गिव इट अप इंडिया और उज्ज्वला योजना को सफल बनाने के लिए टेलिकॉम सेक्टर ने अहम भूमिका अदा किया है। गिव इट अप योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ पेट्रोलियम मंत्री ने देशभर के अमीर लोगों से अपनी गैस सब्सिडी छोडऩे का आग्रह किया था। इसके बाद देशभर में लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दिया था।
धर्मेंद्र प्रधान पहले भी कर चुके हैं पेट्रोल-डीजल की डिलीवरी की बात
पेट्रोलियम मंत्री ने इसके पहले भी पेट्रोल डीजल की होम डिलीवरी की बात कर चुके है। इसी साल अप्रैल के महीने में धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा था कि, सरकार जल्द ही ई-कॉमर्स वेबसाइट पर पेट्रोल-डीजल बेचेगी। उन्होने ने इसे लोगो की सुविधा के लिए मिनी और मोबाइल पेट्रोल पंप का एक आइडिया बताया था।