दिल्ली-एनसीआर में लोकप्रिय हुआ एप दिल्ली-एनसीआर में यह एप काफी लोकप्रिय हो चुका है। इस स्टार्टअप की टीम में 16 सदस्य हैं, जिनमें प्राइस मैप के सह संस्थापक शिशिर दुबे भी शामिल हैं। दुबे ने बताया कि प्राइस मैप दरअसल एक मोबाइल एप है, जो उपभोक्ताओं को ऑनलाइन खरीदे जाने वाले उत्पाद की कीमत की तुलना उनके शहर के स्थानीय बाजारों में मिल रहे उसी उत्पाद की कीमत से करवा सकती है। इससे उन्हें काफी आसानी से पता चल सकता है कि क्या उन्हें वाकई ऑनलाइन शॉपिंग में सस्ता सामान मिल रहा है या दुकानों पर वह सामान ऑनलाइन से भी ज्यादा सस्ता है। जून 2016 में लांच किए गए प्राइसमैप नामक एप पर विभिन्न वस्तुओं के कई विक्रेता रजिस्टर्ड हैं। इनमें मोबाइल, घरेलू सामान, होम ऑडियो विडियो, डिजिटल कैमरे व अन्य सामान के विक्रेता शामिल हैं।
दुकानों की लिस्ट भी बता देगा एप प्राइस मैप के संस्थापक सुरेश काबरा ने कहा कि ज्यादातर लोग दुकान-दुकान भटकने की मेहनत से बचने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद करते हैं, लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता कि वह जो सामान ऑनलाइन खरीद रहे हैं, वह पास की दुकानों पर भी उपलब्ध है। मगर, प्राइस मैप से उन्हें घर बैठे इसकी जानकारी मिल सकती है। एप पर बाजारों के नाम फीड करने पर उन्हें एप बता देगा कि शहर के किस मार्केट में किस दुकान पर उनका मनपसंद उत्पाद सबसे सस्ते दामों पर मिल सकता है।
बेहद आसान है इस्तेमाल की तरीका
उन्होंने बताया कि इस एप को इस्तेमाल करने का तरीका काफी आसान है। उन्होंने कहा कि आपको ऑनलाइन पसंद आए सामान का लिंक प्राइस मैप से शेयर करना है। जब प्राइस मैप पर रजिस्टर्ड शहर के दुकानदारों को यह लिंक मिलेगा तो वहां वह अपनी प्राइस कोट करेंगे और घर बैठे आपको पता चल जाएगा कि वह सामान ऑनलाइन से ज्यादा सस्ता शहर की किस दुकान पर मिल रहा है।