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एक साल में 4 गुना महंगा हुआ प्याज, दिल्ली में 2000 टन है प्याज की खपत

locationनई दिल्लीPublished: Nov 30, 2019 12:18:15 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

पिछले साल नवंबर के आखिरी सप्ताह में 2.50-16 रुपए प्रति किलो था प्याज का थोक भाव
इस साल नवंबर के आखिरी सप्ताह में 20-62.50 रुपये प्रति किलो है प्याज का थोक भाव
राजधानी दिल्ली में प्याज की रोजाना खपत तकरीबन 2,000 टन, आवक सिर्फ 1,045.6 टन

Onion 4 times expensive in a year, 2000 tonnes consumption in Delhi

Onion 4 times expensive in a year, 2000 tonnes consumption in Delhi

नई दिल्ली। प्याज की महंगाई ( Onion inflation ) थमने का नाम नहीं ले रही है। देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को फिर प्याज के दाम में बढ़ोतरी ( onion price hike ) दर्ज की गई। दिल्ली की राजधानी दिल्ली में पिछले साल के मुकाबले चार गुने ऊंचे दाम पर प्याज बिक रहा है, जिससे आम उपभोक्ताओं के लिए प्याज का स्वाद लेना मुहाल हो गया है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में पिछले साल 29 नवंबर 2018 में प्याज का थोक भाव ( Wholesale price of onion ) जहां 2.50-16 रुपये प्रति किलो था, वहां शुक्रवार को 20-62.50 रुपये प्रति किलो था।

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कारोबारियों ने बताया कि खपत के मुकाबले आवक कम होने के कारण प्याज के दाम में वृद्धि हो रही है। शुक्रवार को आजादपुर मंडी में प्याज की आवक 1,045.6 टन थी, जबकि दिल्ली में प्याज की रोजाना खपत तकरीबन 2,000 टन है। सरकार ने प्याज की महंगाई को थामने के लिए 1.2 लाख टन प्याज का आयात करने का फैसला लिया है, मगर दिल्ली के आजादपुर मंडी के कारोबारी और ओनियन मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा के आंकड़ों पर विश्वास करें तो देश में तकरीबन 50,000-60,000 टन रोजाना प्याज की खपत होती है। ऐसे में 1.2 लाख टन प्याज विदेशों से आने पर यह महज दो दिनों की खपत के बराबर होगी।

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उन्होंने बताया दिल्ली में ही प्याज की रोजाना की खपत इस समय करीब 2,000 टन है, लेकिन इतनी आपूर्ति नहीं होने से दाम बढऩा स्वाभाविक है। कृषि विशेषज्ञ विजय सरदाना ने बताया कि देश में प्याज के भंडारण की समुचित व्यवस्था नहीं होने से बीते सीजन का प्याज खराब हो गया, वहीं मौसम की मार से नई फसल खेतों में बर्बाद हो गई, जिस कारण प्याज का टोटा बना हुआ है।

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सरदाना की मानें तो इस समय करीब 10 लाख टन प्याज आयात करने की जरूरत है और इतने बड़े परिमाण में प्याज आयात किया जाना मुश्किल है, क्योंकि इतना प्याज विदेशों में कहीं उपलब्ध नहीं होगा। गौरतलब है कि सरकार मिस्र, तुर्की, हॉलैंड व दूसरे देशों से प्याज मंगाने की कोशिश कर रही है और एमएमटीसी ने मिस्र से प्याज आयात के अनुबंध भी किए हैं और मिस्र से 6,090 टन प्याज की खेप अगले महीने देश में आने वाली है।

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