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पेट्रोल-डीजल की किमतों में होगी कटौती,केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आया बयान

locationनई दिल्लीPublished: Jun 27, 2018 09:29:27 am

Submitted by:

Saurabh Sharma

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि आगामी दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और ज्‍यादा कमी आएगी।

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केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आया बयान, पेट्रोल-डीजल के घटेंगे दाम

नर्इ दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर तो कभी पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने को लेकर अकसर मोदी सरकार घिरी रहती है । तो वहीं मोदी सरकार भी अपनी पूरी कोशिश में रहती है की पेट्लो-डीजल के दामों को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार को न घेर पाये । सरकार पेट्रोल आैर डीजल की कीमतों में बड़ी राहत देने जा रही है। इसके संकेत खुद केंद्र सरकार के केंद्रीय मंत्री की आेर से दिये गये हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जुलार्इ से पेट्रोल आैर डीजल के दामों में भारी कटौती देखने को मिल सकती है। अाइए आपको भी बताते हैं कि एक जुलार्इ तक पेट्रोल आैर डीजल के दामों में कितनी कटौती हो सकती हैै।


पेट्रोलियम मंत्री का बयान
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि आगामी दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और ज्‍यादा कमी आएगी। प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने की इच्छुक है। उन्होंने कहा कि एक जुलाई से पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है और इससे कीमतों को कम करने में मदद मिलेगी। उल्‍लेखनीय है कि 22 जून को वियना में हुई ओपेके देशों की बैठक में क्रूड ऑयल का उत्‍पादन बढ़ाने पर सहमति बन चुकी है। प्रमुख तेल निर्यातक देशों के समूह ओपेक के सदस्‍य देश कच्‍चे तेल के उत्‍पादन में एक जुलाई से सम्मिलित तौर पर प्रतिदिन 10 लाख बैरल वृद्धि करेंगे।

उत्पादन बढ़ाएंगे आेपेक देश
साऊदी अरब के तेल मंत्री खालिद अल-फालेह ने बैठक के बाद बताया था कि ओपेक देश 10 लाख बैरल के आंकड़े पर सहमत हो गए हैं। उत्पादन बढ़ाने का प्रस्‍ताव साऊदी अरब ने रखा था। हालांकि ईरान ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। प्रमुख तेल आयातक देशों द्वारा आपूर्ति शॉर्टेज की शिकायत करने के बाद यह फैसला लिया गया है। अमेरिका, भारत और चीन ने ओपेक देशों पर कच्‍चे तेल की कीमतों को कम करने का दबाव बनाया था। इसी दबाव के मद्देनजर वियना में ओपेक देशों की बैठक बुलाई गई थी।

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