तेल कंपनियों ने वैश्विक दबाव में बढ़ाए दाम
आपको याद दिला दें की करीब 5 सप्ताह के बाद बीते गुरूवार को पहली बार पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली थी। देश के तीन बड़ी सरकारी तेल कंपनियां इंडियन आॅयाल काॅर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने 26 जून के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी। तेल की दाम में बढ़ोतरी के लिए आॅयल मार्केटिंग कंपनियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है वहीं डाॅलर के मुकाबले रुपये में भी कमजोरी देखने को मिल रहा है।
ओपेक देशों ने लिया था तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला
लगातार पांच सप्ताह के बाद तेल के दाम में बढ़ोतरी के बाद इंडियन आॅयल काॅर्पोरेशन के अध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि, हम ओपेक देशों के फैसले का इंतजार कर रहे थे। इमें उम्मीद थी जुलाई तक ओपेक देश प्रति दिन 10 लाख बैरल कच्चे तेल के उत्पादन के फैसले पर जुलाई से अमल करेंगी। गौरतलब है कि पिछले माह ही ओपेक देशों ने अपने बैठक में तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया था। वहीं दूसरी ओर अमरीका भारत, चीन समेत दूसरे तेल खरीदारों पर ये दबाव बना रहा है कि वो 4 नवंबर से पहले इरान से कच्चे तेल के आयात को बंद कर दें।