कैबिनेट मीटिंग के फैसले से पहले और विदेशी संकेतों की वजह से शेयर बाजार में तेजी इसी दौरान एक और खबर मिल रही है जिसके मुताबिक़ यस बैंक ने कनाडा के अरबपति एरविन सिंह बराइच के निवेश के ऑफर को ठुकराने का मन बना लिया है। जानकारी के मुताबिक़ एरविन सिंह बराइच की संपत्ति संदिग्ध है जिसकी वजह से बैंक उनके इस ऑफर को ठुकरा सकता है। इस पर फैसला बैंक के बोर्ड की मीटिंग में लिया जा सकता है। इन खबरों का असर बैंक के शेयर पर पड़ा और यस बैंक के शेयर 10 फीसदी की गिरावट के साथ 50.55 रुपये पर बंद हुए। कारोबार के दौरान बैंक के शेयर 14 फीसदी तक लुढ़क गए।
वहीं इंडसइंड बैंक , पावरग्रिड , एनटीपीसी, एक्सिस बैंक , आईटीसी और
टीसीएस के शेयर 2 फीसदी से अधिक लुढ़क गए. इसके अलावा हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा, एचसीएल , वेदांता, टाटा स्टील और टेक महिंद्रा , ओएनजीसी और एशियन पेंट के शेयर भी लाल निशान पर बंद हुए. बढ़त वाले शेयरों में बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल, बजाज ऑटो,
एयरटेल , एलएंडटी और सनफार्मा भी शामिल हैं।
बता दें कि सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन भारतीय बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 247.55 अंकों की गिरावट के साथ 40,239.88 अंक पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 80.70 अंक पर लुढ़क कर 11,856.80 अंक पर स्तर रहा।
Petrol Diesel Price Today : पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार दूसरे दिन स्थिर, जानिए अपने शहर के दाम सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के शेयर 1 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए। दरअसल, एसबीआई के बीते वित्त वर्ष की नॉन परफॉर्मिंग एसेट यानी एनपीए में करीब 12,000 करोड़ रुपये का अंतर पाया गया है। एसबीआई ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किए गए आकलन के अनुसार बीते वित्त वर्ष में एसबीआई का एनपीए 1,84,682 करोड़ रुपये था. यह बैंक द्वारा दिखाए गए 1,72,750 करोड़ रुपये के एनपीए से 11,932 करोड़ रुपये अधिक है।