रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्रेडिट पॉलिसी समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती कर दी है। इस कटौती के बाद रेपो रेट 6.25 फीसदी से घटा कर 6 फीसदी हो गया है।
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्रेडिट पॉलिसी समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती कर दी है। इस कटौती के बाद रेपो रेट 6.25 फीसदी से घटा कर 6 फीसदी हो गया है। कर्ज सस्ता कर ग्रोथ में तेजी लाने के लिए रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है। इससे पहले रिजर्वबैंक ने अक्टूबर 2016 में रेपो रेट में कटौती की थी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट के साथ रिवर्स रेपे रेट और बैंक रेट में भी 0.25 फीसदी की कटौती की है। रिवर्स रेपो रेट अब 5.75 फीसदी और बैंक रेट 6.25 फीसदी तय किया गया है। आरबीआई के इस कटौती के बाद आम लोगों के लिए घर, कार, पर्सनल लोन सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है। अगर आपने 20 साल के लिए होम लोन लिया हुआ है तो इस कटौती के बाद आप करीब 4 हजार रुपए सालाना की बचत कर सकते हैं।
केन्द्र और राज्य सरकार को होगा सबसे अधिक फायदा
ब्याज दरों मे कटौती होने से 20 साल के लिए 30 लाख रूपए के होम लोन पर 2.28 लाख रूपए की कमी आ जाएगी। ब्याज दर मे कटौती से केन्द्र और राज्य सरकारो को सबसे अधिक लाभा होगा। क्योंकि केन्द्र और राज्य सरकारें ही सबसे अधिक कर्ज लेती हैं। वैसे कई छोटी बड़ी कंपनियों को भी इससे लाभ मिलेगा।
पहले से ही ब्याज दरों मे कटौती की उम्मीद लगाई जा रही थी।कुछ आर्थिक जानकारों का मानना हैं कि रेपो रेट में कमी आना खुशी की बात हैं, इससे सेंटिमेंट अच्छे होंगे।
पिछले बैठक में महंगाई दर के बढऩे के आसार को देखने हुए ब्याज दरो में कोई कटौती नहीं हुआ था। जून में हुए एमपीसी की बैठक में रेपो रेट 6.25 फीसदी पर पूर्ववत रखने का फैसला रखा लिया गया था।
नोट:
(होम लोन की अवधि 20 साल है।)
(कार लोन की अवधि 5 साल है।)
हर बैंक की दरें अलग-अलग हैं