ब्याज की दरें कम होने पर लोगों को मिलेगा सीधा फायदा, घट जाएगी ईएमआई। रिवर्स रेपो रेट कम होने पर बैंको को भी मिलेगा फायदा
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने आज लोगों के लिए एक खुशखबरी दी है। आरबीआई ने दुमाही क्रेडिट पॉलिसी पेश करते वक्त रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट दोनों में कमी की घोषणा की है। आरबीआई ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट की कमी की है। इससे रेपो रेट घटकर 6.75 फीसदी हो गया है, जबकि रिवर्स रेपो रेट घटकर 5.75 फीसदी हो गया है।
क्या थी उम्मीद
इसका सीधा फायदा आम आदमी को मिलेगा। क्योंकि इसके लोन पर ब्याज दर सस्ता हो जाएगा। हालांकि अभी यह देखना होगा कि इसका कितना फायदा बैंक आम आदमी को उपलब्ध कराएंगे। इससे पहले ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि आरबीआई रेपो रेट में 25 बेसिस अंक की करेगा लेकिन आरबीआई ने आम आदमी बड़ी राहत देते हुए 50 बेसिस अंकों की कमी की है। जनता के अलावा, दर में कटौती का बैंकों को भी फायदा मिलेगा।
पहला क्या थी दर
आपको बता दें कि लंबे समय से ब्याज दरें कम किए जाने की मांग की जा रही थी लेकिन अर्थव्यवस्था के गणित को देखते हुए अभी आरबीआई ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की थी। अभी तक रेपो रेट 7.25 फीसदी, रिवर्स रेपो रेट 6.25 फीसदी, बैंक रेट 8.25 फीसदी और सीआरआर 4 फीसदी थी। लेकिन यदि भारत और अमेरिका दोनों एक साथ ब्याज दरें कम करते हैं तो इसका सीधा असर भारतीय करेंसी पर पड़ता है। अतः आरबीआई अपना फैसला इस बात की संभावनाओं को देखते हुए ही लेगा।
इसलिए घटाई दर
माना जा रहा है कि आरबीआई ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट की दर में इसलिए कटौती की है ताकि आम आदमी को बैंकों से लोन मे कुछ राहत दी जा सके। इस नई दरों के कारण जनता पर लोन का भार कम पड़ेगा। इस कारण मनी फ्लो बढ़ेगा, जिसके चलते देश की इकनॉमी में भी सुधार के आसार बढ़ेंगे।