कंपनियों को कड़े नियमों का करना होगा पालन
इस संदर्भ में एनएसई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) विक्रम लिमये ने कहा कि, ‘एक अग्रणी नियामक के तौर पर एनएसई ने अपने यहां सूचीबद्ध कंपनियों में बेहतर कारोबारी प्रशासन पर जोर दिया है। हमारी यह पहल एक ऐसा बदलाव लाएगी, जिसमें साफ-सुथरी कंपनियों को अधिक तवज्जो मिलेगी।’ इसके साथ ही मौजूदा नियमों के मुकाबले कंपनियों को इस नई व्यवस्था में अधिक वैश्विक एक्सचेंजों करना होगा।
ये कंपनियां होंगी शामिल
इस नई श्रेणी में एनएसई के मुख्य बोर्ड में शामिल कुछ खास शुद्ध परिसंपत्तियों और एक सीमा से अधिक औसत कारोबारी मूल्य वाली कंपनियां ही शामिल होंगी। इस सूची में शामिल कंपनियां अगर एक समय सीमा के भीतर नियमों का पालन नहीं कर पाती हैं तो उन्हें बाहर जाना होगा। हालांकि बाहर निकलने वाली कंपनी मुख्य बोर्ड में बनी रहेगी और इस श्रेणी की कंपनियों को मौजूदा नियमों के मुकाबले अधिक कड़े दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
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