कोरोना का साया बाजार पर छाया
शेयर बाजार पर कोरोना वायरस का साया पूरी तरह से छाया हुआ है। अप्रैल के महीने में जो हल्की राहत देखने को मिली है वो केंद्र सरकार द्वारा दी गई राहत का असर था, लेकिन पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या और मौतों की संख्या लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से देश के कई राज्य देश के प्रधानमंत्री के साथ बैठक कर लॉकडाउन बढ़ाने की बात कर चुके हैं। कुछ राज्यों ने अपने अधिकार से कफ्फ्फ्यू के रूप में लॉकडाउन बढ़ा दिया है। जिसकी वजह से केंद्र सरकार पर दबाव काफी बढ़ गया है। ऐसे में पीएम मोदी कभी इस बारे में घोषणा भी कर सकते हैं। ऐसे में शेयर बाजार के गिरने के चांस बढ़ गए हैं। आपको बता दें कि देश में 21 दिनों की लॉकडाउन का पीरियड को खत्म हो रहा है।
इन पर भी रहेगी नजर
मार्च हीने में देश की खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े समेत कुछ और प्रमुख आर्थिक आंकड़े भी इस सप्ताह जारी हो सकते हैं। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल पर बाजार की नजर बनी रहेगी। इसके अलावा, विदेशों में जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी निवेशकों को इंतजार रहेगा।
एमपीसी की भी होगी बैठक
सप्ताह के आरंभ में सोमवार को मार्च महीने की खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे और मंगलवार को थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे। हालांकि मंगलवार यानी 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर अवकाश होने के कारण घरेलू शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा। इसके बाद बुधवार को मार्च महीने के देश के व्यापार संतुलन के आंकड़े जारी होंगे, जबकि सप्ताह के आखिर में शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के मिनट्स यानी विवरण जारी होंगे। इन सब पर बाजार की नजर बनी रहेगी।
एक और राहत पैकेज का इंतजार
इस समय सबसे ज्यादा चिंता कोरोना वायरस के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को मिल रही चुनौतियों की है, जिससे उबरने की कोशिश में सरकारों की ओर से राहत पैकेजों की घोषणा की गई हैं और केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में भारी कटौती की गई है। भारत में भी सरकार ने लॉकडाउन के बाद ही 1.74 लाख करोड़ रुपए की राहत पैकेज की घोषणा की थी। बाजार को इसी प्रकार की एक और राहत पैकेज का इंतजार है।