script

सीरिया संकट से अौर कटेगी जेब, कच्चा तेल, सोना आैर जीरे की कीमतों में होगी बढ़ोतरी

locationनई दिल्लीPublished: Apr 22, 2018 11:56:43 am

Submitted by:

Ashutosh Verma

बाजार में सीरिया में अस्थिरता बढ़ने से कच्चे तेल, सोना आैर जीरा के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकता है।

Syria Crisis

नर्इ दिल्ली। सीरिया में अमरीकी अगुआर्इ में हुआ मिसाइल हमला वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम, सोना आैर जीरा के बाजार पर असर डाल सकता है। जानकारों का मानना है की बाजार में सीरिया में अस्थिरता बढ़ने से कच्चे तेल, सोना आैर जीरा के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकता है। अभी तक इस आशंका से ही जीरा आैर कच्चे तेल के दामों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। पहले ही वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में 9.71 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। जिसके बाद से घरेलू तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में भी बढ़ोतरी कर दी है। देश के कर्इ बड़े शहरों में पेट्रोल का दाम मोदी सरकार के कार्यकाल में अपने उच्चतम स्तर पर है। वहीं दूसरी तरफ पिछले 15 दिन में सोने के बाजार में भी तेजी देखने काे मिला है। इस दौरान सोने की कीमतें 2.85 फीसदी तक बढ़ीं हैं। एेसे में आइए जानते हैं क्या इन तीन चीजों के दाम में बढ़ोतरी के क्या कारण हैं आैर इनका बाजार पर क्या असर होगा?


जीरे के अधिक उत्पादन के बावजूद भी बढ़ेगा दाम

एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले साल की तुलना में जीरे का उत्पादन इस साल अधिक हुआ है लेकिन फिर भी इनकी कीमतें बढ़ रही है। अनुमान है कि मर्इ तक एक्सपोर्ट डिमांड के कारण जीरे का भाव 17 रुपए तक पहुंच सकता है। मर्इ के अंत तक सीरिया से नया जीरा आ सकता है। बता दें कि आॅर्गेनिक जीरे का सबसे बड़ा उत्पादक सीरिया है आैर विश्व के कर्इ देशों में यहां से जीरा आयात किया जाता है।


इस वजह से महंगा होगा सोना

सोने की कीमतों की बात करें तो पिछले तीन सालों से साेने के भाव में कुछ खास बढ़त देखने को नहीं मिला है, जिसके वजह से सोने में अच्छी रिटर्न भी नहीं देखा जा रहा है। जानकारों का अनुमान है कि आने वाले दिनाें में सोने की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकता। इसका सबसे बड़ा कारण सीरिया-अमरीका-रूस, अमरीक-चीन के बीच चल रहे ट्रेड-वाॅर का अनिश्चित माहौल आैर रूस चीन के सेंट्रल बैंक द्वारा सोने की खरीदी करना है।


80 डाॅलर के पार जा सकता है ब्रेंट क्रुड आॅयल का भाव

हालांकि अमरीका कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी तो नहीं चाहेगा लेकिन सीरिया संकट के गहराने पर ब्रेंट क्रुड आॅयल का भाव आने वाले तीन माह में 80 प्रति डाॅलर तक पहुंच सकता है। ब्रेंट क्रुड आॅयल ही भारत में अायात किया जाता है। सीरिया संकट के अलावा भी क्रुड आॅयल के बढ़ने के आैर भी कर्इ कारण हैं। एक तरफ रूस आैर सउदी अरब ने प्रोडक्शन को कम कर दिय है वहीं दूसरी तरफ 12 मर्इ को अमरीका आैर र्इरान के प्रतिबंध के संबंध में आने वाले निर्णय को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुर्इ है।


रुपए में कमजोरी से भी बाजार में पड़ेगा असर

इन तीनों चीजों के दाम बढ़ने से घरेलू बाजार में दोहरी मार पड़ रही है। बीते सप्ताह डाॅलर के मुकाबले रुपए में भी कमजोरी देखने को मिल रही है। कच्चे तेल की खरीदी डाॅलर में की जाती है, लिहाजा देश की तेल कंपनियों पर भी लागत बढ़ रही है आैर वो पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर रही हैं। इसी वजह से पेट्रोल-डीजल के दाम बीते साढ़े चार साल के अपने उच्चतम स्तर पर है। कच्चे तेल आैर साेने से लेकर जीरा तक के बढ़ती कीमतों से घरेलू बाजार पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है। एक तरफ डीजल के बढ़ते दाम के वजह से सामानों पर लगने वाले ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ेगा वहीं जीरे की बढ़ती कीमतों सें मसाले की मंडियों में असर देखने को मिलेगा। इन सब का सीधा असर आम आदमी के जेब पर पड़ने वाला है।

ट्रेंडिंग वीडियो